Monkeypox: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरुवार को ऐलान किया कि एमपॉक्स (Mpox) या मंकीपॉक्स (Monkeypox) अब ग्लोबल इमरजेंसी नहीं है। महानिदेशक टेड्रोस एडहानोम ग्रेब्रेयेसस ने कहा कि उन्होंने आपातकालीन समिति की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है। वायरस का प्रकोप अब अंतरराष्ट्रीय चिंता नहीं है।
टेड्रोस ने एक ट्वीट में कहा, ‘कल मंकीपॉक्स के लिए आपातकालीन समिति ने मुलाकात की और मुझसे सिफारिश की कि प्रकोप अब अंतरराष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। मैंने उस सलाह को स्वीकार कर लिया है और मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मंकीपॉक्स अब वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं है।’
The Emergency Committee on #mpox met for the fifth time yesterday, advising @DrTedros that the multi-country outbreak is no longer a Public Health Emergency of International Concern (PHEIC).
⏩The WHO Director-General accepted the Committee’s advice. Full Statement:… pic.twitter.com/kGzbQf2r3v
---विज्ञापन---— World Health Organization (WHO) (@WHO) May 11, 2023
अब तक 87 हजार मामले सामने आए
WHO के अनुसार, Mpox मंकीपॉक्स वायरस के कारण होने वाली एक संक्रामक बीमारी है, जो दर्दनाक दाने, बढ़े हुए लिम्फ नोड्स और बुखार का कारण बन सकती है। टेड्रोस ने कहा कि 111 देशों से संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी को अब तक mpox से संबंधित 87 हजार से अधिक मामले और 140 मौतें दर्ज की गई हैं। पिछले तीन महीनों की तुलना में पिछले तीन महीनों में लगभग 90% कम मामले दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘डब्ल्यूएचओ देशों की तीव्र प्रतिक्रिया से बहुत प्रोत्साहित हुआ है। अब हम एचआईवी के सबक के आधार पर प्रकोप को नियंत्रित करने और सबसे अधिक प्रभावित समुदायों के साथ मिलकर काम करने में लगातार प्रगति देख रहे हैं।’
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