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Viral Video: वजह गंभीर, लेकिन बेहद मजेदार है ये जुगाड़…पाकिस्‍तान में प्‍लास्टिक के गुब्‍बारों में गैस जमा कर रहे हैं लोग

Viral Video: एक गिरती हुई अर्थव्यवस्था के बीच पाकिस्तानी सरकार अपने लोगों को मूलभूत आवश्यकताएं प्रदान करने में भी विफल है, जिससे लोगों को अपनी एलपीजी (रसोई गैस) की मांगों को पूरा करने के लिए प्लास्टिक की थैलियों पर निर्भर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है। यह सुनने में चौंकाने वाला लग सकता है […]

Edited By : Nitin Arora | Updated: Jan 5, 2023 13:26
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Viral Video: एक गिरती हुई अर्थव्यवस्था के बीच पाकिस्तानी सरकार अपने लोगों को मूलभूत आवश्यकताएं प्रदान करने में भी विफल है, जिससे लोगों को अपनी एलपीजी (रसोई गैस) की मांगों को पूरा करने के लिए प्लास्टिक की थैलियों पर निर्भर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

यह सुनने में चौंकाने वाला लग सकता है और साथ ये जुगाड़ मजेदार भी लग सकता है, लेकिन खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में पाकिस्तानी लोग रसोई गैस सिलेंडरों की कमी के बाद से प्लास्टिक की थैलियों में एलपीजी का भंडारण कर रहे हैं, जिससे डीलरों को आपूर्ति प्रतिबंधित करने के लिए प्रेरित होना पड़ा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा के करक क्षेत्र में लोग 2007 से गैस कनेक्शन के बिना हैं, जबकि हंगू शहर पिछले दो वर्षों से बिना गैस के है।

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सोशल मीडिया वीडियो में लोगों को प्लास्टिक की थैलियों में गैस भरते हुए देखा जा सकता है।

नोजल और वाल्व के साथ सील ऑपन करने से पहले गैस विक्रेता एलपीजी को प्लास्टिक बैग में लोड करने के लिए एक कंप्रेसर का उपयोग करते हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि प्लास्टिक की थैली को तीन से चार किलोग्राम गैस से भरने में लगभग एक घंटे का समय लगता है।

DW.com के मुताबिक, ये प्लास्टिक बैग देश की गैस पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ी दुकानों पर प्राकृतिक गैस से भरे हुए हैं। रिसाव को रोकने के लिए विक्रेता बैग को कसकर बंद करने के लिए नोजल और वाल्व का उपयोग करते हैं। बैग तब उन व्यक्तियों को बेचे जाते हैं जो एक छोटे इलेक्ट्रिक सक्शन पंप का उपयोग करके गैस का उपयोग करते हैं। प्लास्टिक की थैलियों में तीन से चार किलोग्राम गैस भरने में करीब एक घंटे का समय लगता है।

PAK की रेट लिस्ट

नई दरों के तहत, चीनी की कीमत 27 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 70 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 89 रुपये प्रति किलोग्राम कर दी गई है, जबकि घी की कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 375 रुपये प्रति किलोग्राम कर दी गई है। गेहूं के आटे की कीमतें भी 40 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 64.8 रुपये प्रति किलोग्राम कर दी गई हैं, जिससे 62 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की जा रही है।

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Written By

Nitin Arora

First published on: Jan 05, 2023 01:26 PM

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