Hockey star Rani Rampal : भारतीय हॉकी स्टार और पद्म श्री पुरस्कार विजेता रानी रामपाल ने एयर इंडिया पर कटाक्ष किया है और निराशा व्यक्त की है। सोशल मीडिया पोस्ट लिखकर रानी रामपाल ने तंज कसते हुए लिखा है कि धन्यवाद एयर इंडिया। पोस्ट वायरल होते ही एयर इंडिया की तरफ से माफी मांगी गई लेकिन तब तक यह पोस्ट वायरल हो चुका था और इसे लाखों लोग देख चुके थे।
रानी रामपाल कनाडा से भारत लौट रही थीं, वह एयर इंडिया की फ्लाइट में सवार थीं। जब वह दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरीं और अपने सामान को देखा तो वह हैरान रह गईं। दरअसल रानी रामपाल का बैग क्षतिग्रस्त हो गया था। उन्होंने फोटो शेयर कर लिखा कि इस तोहफे के लिए एयर इंडिया को धन्यवाद। आपका स्टाफ हमारे बैगों के साथ इसी तरह व्यवहार करता है। आज दोपहर कनाडा से भारत लौटते समय दिल्ली उतरने के बाद मुझे अपना बैग टूटा हुआ मिला।
जवाब में एयर इंडिया ने लिखा, “सुश्री रामपाल, हमें हुई असुविधा के लिए खेद है। कृपया हमें अपने टिकट विवरण, बैग टैग नंबर और क्षति शिकायत संख्या/डीबीआर कॉपी डीएम करें। हम इसकी जांच करेंगे।” एयर इंडिया ने माफी मांगी लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसे तमाम यूजर्स आगे आ गए, जिन्हें इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा।
Thank you Air India for this wonderful surprise. This is how your staff treat our bags. On my way back from Canada to India this afternoon after landing in Delhi I found my bag broken.@airindia pic.twitter.com/xoBHBs0xBG
---विज्ञापन---— Rani Rampal (@imranirampal) October 5, 2024
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि एयर इंडिया की सर्विस ऐसी ही है। कुछ महीने पहले मैं एयर इंडिया की फ्लाइट से अपने महंगे हेडफोन लेना भूल गया था और तुरंत ईमेल के जरिए इसकी सूचना दी, लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं आया। एक ने लिखा कि आजकल लोगों के साथ हर एयरलाइन्स ऐसा ही व्यवहार कर रही है। एक ने लिखा कि अब लोहे का ट्रंक लेकर सफर करना पड़ेगा। ऐसे काम नहीं चलने वाला।
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एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि एयर इंडिया को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि ग्राउंड स्टाफ आमतौर पर लापरवाही से ड्यूटी करते हैं। एक ने लिखा कि सामान की जिम्मेदारी एयर इंडिया की होती है तो सामान को सुरक्षित पहुंचाना भी एयर इंडिया का काम है। नुकसान होने पर हर्जाना भरना चाहिए। एक अन्य ने लिखा कि एयरलाइन पर कोई नियंत्रण नहीं है और एयरलाइनें खुद भी अन्य देशों से कुछ नहीं सीख रही हैं, जैसे जापान बैगेज हैंडलिंग में सुधार के लिए प्रयास कर रहा है।