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ओडिशा के जंगल का मामला: दो दर्जन हाथियों ने पी देसी शराब, जानें फिर क्या हुआ?

ओडिशा: ओडिशा स्थित केंदुझार जिले के जंगलों में एक अजीब वाकया पेश आया है। यहां हाथियों के झूंड ने शराब के कई कंटेनर खाली कर दिए। बस फिर क्या था हाथियों का यह झूंड घंटों वहीं सोता रहा। खतरे की बात यह थी कि करीब 24 हाथियों का पूरा झूंड गांव की सरहद के बेहद […]

Author Edited By : Amit Kasana Updated: Nov 10, 2022 12:37
सोते हुए हाथी की फाइल फोटो

ओडिशा: ओडिशा स्थित केंदुझार जिले के जंगलों में एक अजीब वाकया पेश आया है। यहां हाथियों के झूंड ने शराब के कई कंटेनर खाली कर दिए। बस फिर क्या था हाथियों का यह झूंड घंटों वहीं सोता रहा। खतरे की बात यह थी कि करीब 24 हाथियों का पूरा झूंड गांव की सरहद के बेहद समीप था।

नशे में चूर सोते रहे हाथी

इसके बाद आसपास के गांववालों ने इन्हें उठाने का प्रयास किया। लेकिन कई प्रयास के बाद भी वह हाथी नशे में चूर वहीं सोते रहे। जब हाथी टस से मस नहीं हुए तो गांववालों को नया पैंतरा सूझा वह ढोल नगाड़े ले आए और उसे बजाने लगे। घंटों ढोल बजाने के बाद हाथियों का नशा कुछ टूटा जिसके बाद वह एक के एक वहां से उठे और जंगल के अंदर लौटे।

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पूरी महुआ गटक गए थी हाथी

जानकारी के अनुसार गांववालों ने गांव से बाहर शराब बनाने के लिए महुआ के फल रखे थे। वह पानी में भीगे हुए थे। इस दौरान वहां से हाथियों का एक झूंड गुजरा। हाथियों ने समझा वह पानी है। 24 हाथी बड़ी मात्रा में रखी महुआ गटक गए। जिसके बाद उन्हें गहरी नींद आ गई और वह वहीं सो गए।

हाथियों को देख डर गए गांववाले

जब सुबह गांववाले वहां पहुंचे तो पहले इतनी संख्या में हाथियां को लेटा देख वह डर गए। लेकिन कुछ मिनट में ही उन्हें पूरा माजरा समझ आ गया। जिसके बाद उन्होंने पहले खूद उन्हें उठाने की कोशिश की। लेकिन जब वह नहीं उठे तो मामले की सूचना वनविभाग को दी गई।

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हाथियों के जाने पर राहत की सांस ली

वन विभाग के अधिकारियों के पहुंचने के बाद वहां बड़े-बड़े ढोल-नगाड़े मंगवाए गए। घंटों यह नगाड़े बजाने के बाद हाथियों की खूमारी कुछ कम हुई तो वह गांव से कुछ दूर गए। उनक जाने पर गांव वालों व प्रशासन ने राहत की सांस ली।

First published on: Nov 10, 2022 10:01 AM

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