नई दिल्ली: अंबाला रेलवे डिवीजन ने एक कैटरिंग ठेकेदार पर ओवरचार्जिंग के लिए सख्त कार्रवाई की है। एक दिन बाद एक ट्रेन यात्री ने शिकायत की कि पैकेज्ड पेयजल एमआरपी से 5 रुपये अधिक पर आपूर्ति की गई थी। दरअसल इंटरनेट यूजर शिवम भट्ट 12232 लखनऊ एसएफ एक्सप्रेस में चंडीगढ़ से शाहजहांपुर जा रहे थे। उन्होंने ट्विटर पर साझा किया कि उनसे अतिरिक्त शुल्क लिया गया। वीडियो में दिनेश नाम के शख्स को 15 रुपये एमआरपी होने के बावजूद 20 रुपये में पानी की बोतल बेचते हुए देखा जा सकता है। भट्ट के पूछने पर दिनेश कहता है कि ट्रेन में पेंट्री नहीं है।
मिस्टर भट्ट ने 15 दिसंबर को लिखा, “हम कितनी भी शिकायत करें, कितना भी उनका सामना करें लेकिन कुछ भी नहीं सुधरेगा, क्योंकि @RailMinIndia कभी भी इस लूट के मूल कारण के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करता है। यह कल रात ट्रेन 12232 में @drm_umb के तहत हुआ। अधिकार क्षेत्र। @अश्विनी वैष्णव @RailwayNorthern @GM_NRly।” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “विक्रेता बार-बार कहता रहा कि ट्रेन 12232 में पेंट्री कार या कोई प्रबंधक नहीं है। तो, कोई भी ट्रेन में चढ़ सकता है और रेल नीर को किसी भी कीमत पर बेच सकता है?”
No matter how much we complain, how much we confront them but nothing will improve, bcz @RailMinIndia never takes solid action against the root cause of this loot. This happened last night in train 12232 under @drm_umb jurisdiction.@AshwiniVaishnaw @RailwayNorthern @GM_NRly pic.twitter.com/F5BoVeUb6u
— Shivam Bhatt 🇮🇳 (@_ShivamBhatt) December 14, 2022
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इसके तुरंत बाद, उत्तर रेलवे ने श्री भट्ट को जवाब दिया और कहा कि विक्रेता को पकड़ लिया गया है और “ट्रेन नंबर 12232/12231 के ट्रेन साइड वेंडिंग के लाइसेंस के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई शुरू करने के लिए मामला आईआरसीटीसी को भेज दिया गया है।”
CTIs, CMIs and ticket checking staff has been sensitized to curb the menace of unauthorised vending and overcharging.
An intensive drive against this menace is also being conducted in association with RPF under advice of Competent Authority.— DRM Ambala NR (@drm_umb) December 15, 2022
मंडल रेल प्रबंधक अंबाला ने भी ट्विटर पर लिखा, “सीटीआई, सीएमआई और टिकट जांच कर्मचारियों को अनधिकृत वेंडिंग और ओवरचार्जिंग के खतरे को रोकने के लिए जागरूक किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे अधिनियम के तहत अनाधिकृत वेंडरों के खिलाफ नियमित कार्रवाई की जा रही है।”