Pakistan Election: चुनाव के दौरान उम्मीदवारों और पार्टियों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाते हैं, यही चुनाव चिन्ह लेकर वह जनता के बीच जाते हैं और अपने लिए वोट मांगते हैं। वोटर भी चुनाव चिन्ह देकर वोट देते हैं। कई पार्टियों की पहचान भी चुनाव चिन्ह से की जाती है लेकिन अगर आप पाकिस्तान में हैं तो चुनाव चिन्ह को लेकर ही आपका मजाक बन सकता है। कौन सा नेता गधा, कब्रिस्तान, तवा या बैंगन चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव लड़ना चाहेगा?
पाकिस्तान में चुनाव चल रहा है लेकिन चुनाव के बीच वहां के चुनाव चिन्ह को लेकर ही बवाल हो रहा है। बवाल के पीछे की वजह है पाकिस्तान चुनाव आयोग द्वारा आवंटित किए जाने वाले चुनाव चिन्ह। दरअसल आमतौर पर रॉकेट, किसान, फूल, यंत्र आदि को चुनाव चिन्ह बनाया जाता है लेकिन पाकिस्तान में तो कब्रिस्तान और ग्रेवस्टोन तक को चुनाव चिन्ह बनाया गया।
पाकिस्तान चुनाव आयोग की तरफ से दिए जाने वाले चुनाव चिन्ह में जूते, वॉश बेसिन, चिमटा, पिंजरा, नेल कटर, मोबाइल फोन चार्जर, सिम कार्ड, स्क्रू, चम्मच, तवा, शटलकॉक शामिल हैं। ऐसे चुनाव चुनाव चिन्ह मिलने से उम्मीदवारों का मजाक उड़ाया जाता है। इतना ही नहीं, कुछ ऐसे चुनाव चिन्ह महिलाओं को आवंटित हो जाते हैं, जो साधारण तौर पर ठीक नहीं माने जाते।
Nawaz Sharif arrives for his rally in Gujranwala. The small stadium is not packed, turnout seems to be low. Punjab is supposed to be a Muslim league stronghold… #PakistanElection pic.twitter.com/eEah1OKnBf
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चुनाव से पहले पाकिस्तान में इस पर राजनीति शुरू हो गई है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के उम्मीदवारों ने चुनाव चिन्ह को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया है, इसके बाद EC को चुनाव चिन्ह बदलना पड़ गया। PTI से जुड़े नेताओं ने भी शिकायत की है कि उनके उम्मीदवारों को अपमानजनक और आपत्तिजनक चुनाव चिन्ह दिए गए है।
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Dawn के मुताबिक, पीएमएल-एन के एक नेता का कहना है कि अगर वह चुनाव जीते तो अपमानजनक चुनाव चिन्हों को हटा देंगे। हालांकि पाकिस्तान में चुनाव से पहले ऐसे चिनाव चिन्हों को लेकर बवाल जरूर होता हो जो विवादित और अपमानजनक होते हैं लेकिन चुनाव खत्म होते ही सब भूल जाते हैं। अब एक बार फिर गधा, कब्रिस्तान, तवा या बैंगन जैसे चुनाव चिन्ह को लेकर बवाल हो रहा है।