जो भाग्य में लिखा होता है, वह मिल जाता है और जो भाग्य में नहीं होता, वह मनुष्य को कभी नहीं मिलता, चाहे वह कितनी भी कोशिश कर ले। आपने कई बार देखा होगा कि कुछ लोग जिनके पास न तो खाना होता है, न पानी और न ही रहने का कोई ठिकाना और फिर अचानक उनकी बंपर लॉटरी (लॉटरी) लग जाती है। फिर लॉटरी जीतकर वे एक साथ करोड़पति और अरबपति बन जाते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी आंखों के सामने करोड़ों-अरबों की दौलत लुट जाती है। ऐसा ही कुछ 30 साल पहले एक महिला के साथ हुआ था और तब से वह अपनी किस्मत को कोस रही है। जेनेट वैलेंटी नामक यह महिला अब 77 साल की हैं।
दरअसल, महिला ने 30 साल पहले एक लॉटरी टिकट खरीदा था, जिससे उसने 12 मिलियन डॉलर यानी आज के हिसाब से करीब एक अरब रुपये जीते, लेकिन ये पैसे उसकी किस्मत में नहीं थे। उसकी एक गलती उस पर भारी पड़ गई और उसने सारे पैसे गंवा दिए। डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, जेनेट के पति की मौत हो गई और उन पर दो बच्चों के पालन-पोषण की बड़ी जिम्मेदारी आ गई। ऐसे में उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए लॉटरी खरीदने का फैसला किया। वह अक्सर लॉटरी टिकट खरीदती थी, इस उम्मीद में कि एक दिन उसकी किस्मत उसका साथ देगी।
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विडम्बना देखिए कि लॉटरी खरीदना बहुत हद तक काम भी आया, लेकिन फिर भी काम नहीं आया। बताया जा रहा है कि साल 1991 में भी जेनेट वैलेंटी ने लॉटरी के कुछ टिकट खरीदे थे, लेकिन जिस दिन लॉटरी विजेताओं की घोषणा हुई, उस दिन उन्हें कहीं जाना पड़ा। जल्दबाजी में टिकट चेक किया और बिना ध्यान दिए टिकट को कूड़ेदान में फेंक दिया। बाद में पता चला कि उन्होंने उसी टिकट पर 1 अरब रुपए की लॉटरी जीती है, जिसे उन्होंने कूड़े में फेंक दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक उसके बाद से वह लगातार चिंता में डूबी रही और नतीजा बुढ़ापे में डिप्रेशन की शिकार हो गई। हालांकि अब हालत काफी अच्छी बताई जा रही है। उन्होंने अपनी बदकिस्मत किस्मत की कहानी शेयर की है। उन्हें उन लोगों की कहानियों से अवसाद से बाहर निकलने में मदद मिली है, जिन्होंने बंपर लॉटरी जीतने के बाद भी अपना सारा पैसा खर्च कर दिया था। फिर उनकी हालत पहले जैसी ही हो गई।