नई दिल्ली: साल 2008 में आईपीएल के मैच में मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैच चल रहा था। मैच पंजाब ने जीत लिया। मुंबई इंडियंस की ओर से खेल रहे हरभजन सिंह ने किंग्स इलेवन पंजाब के श्रीसंत को थप्पड़ मारा दिया। इस घटना ने सारे क्रिकेट प्रमी को हिलाकर रख दिया। श्रीसंत मैदान पर रोते नजर आए थे।
जब एक साथ खेले हरभजन सिंह और श्रीसंत
अब भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह और श्रीसंत अच्छे दोस्त बन गए हैं। शुक्रवार (16 सितंबर) को कोलकाता के ईडन गार्डेनस में लीजेंड्स लीग क्रिकेट में दोनों इंडिया महाराजा के लिए बेनिफिट मैच में एक साथ खेलते दिखे। यह पहली बार था जब आईपीएल 2008 के स्लैपगेट में शामिल दो क्रिकेटर हरभजन और श्रीसंत लंबे समय से एक-दूसरे के साथ खेल रहे थे।
Do I need to say more…@llct20 brings back the biggest and the most nostalgic memories from the field of cricket once again with the #LegendsLeagueCricket #EdenGardens pic.twitter.com/oKakYOvWf4
— Udita Dutta🏳️🌈 (@udita_scorpio77) September 16, 2022
---विज्ञापन---
किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियंस के बीच उस आईपीएल संस्करण में एक मैच के बाद हरभजन ने श्रीसंत को थप्पड़ मारा था। श्रीसंत पंजाब टीम का हिस्सा थे जबकि हरभजन उन दिनों मुंबई के लिए खेलते थे। स्लैपगेट मैच के बाद हुआ था।
दोनों में दिखा दोस्ताना
हालांकि, तब से ये दोनों एक लंबा सफर तय कर चुके हैं और दोस्त बन गए हैं। कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि हरभजन ने अब तक श्रीसंत से माफी मांग ली है और वे फिर से भाई बन गए हैं। लीजेंड्स लीग क्रिकेट में दोनों के बीच दोस्ताना दिखा।
श्रीसंत के लिए अच्छा नहीं रहा मैच
हालांकि गेंद के साथ श्रीसंत के लिए यह बहुत अच्छा मैच नहीं था क्योंकि उन्होंने 3 ओवर में 46 रन लुटाए जबकि हरभजन का खेल अच्छा रहा, उन्होंने अपने 4 ओवरों में सिर्फ 21 रन देकर 1 विकेट लिया। श्रीसंत पर आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगा था लेकिन उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है। उन्हें बीसीसीआई ने लंबे समय के लिए बैन कर दिया था। प्रतिबंध हटा दिया गया है लेकिन क्रिकेटर ने अब खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है।
वर्ल्ड जायंट्स निर्धारित ओवर में टीम 8 विकेट पर 170 रन ही बना पाई। 172 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंडिया महाराजा की टीम ने 8 गेंद पहले 4 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। मैच में इरफान पठान और युसूफ पठान ने कोहराम मचाया।