नई दिल्ली: कहते हैं हाथी मतवाले होते हैं। मतवालों की तरह चलते हैं। मगर सही में हाथी जब मतवाल हो जाता है तो फिर सामत आ जाती है। खबर है कि ओडिशा के जंगल में 24 हाथियों ने शराब पी ली। शराब पीते ही सारे हाथी मतवालों की तरह गहरी नींद में सो गए। सोये ऐसा कि गांव वालों को उन्हें ड्रम बजाकर जगाना पड़ा। ये मामल उड़ीसा के केओनझार जिले में शिलीपदा गांव का है।
जानकारी है कि गांव के जंगल हाथियों का झुंड महुआ वाली शराब पी ली और वहीं सो गए। जब गांव वाले सुबह के करीब 6 बजे महुआ बनाने जंगल में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि 24 हाथी वहां सोए हुए थे। वहां सारे मटके फूटे पड़े थे और पानी गायब था। इससे गांववालों को समझ आया कि हाथी नशीला पानी पीकर सोए थे। गांववालों ने हाथियों को उठाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं उठे। इसके बाद फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को सूचना दी गई।
मौके पर फॉरेस्ट रेंजर पहुंचे और हाथियों को उठाने की कोशिश की। लेकिन हाथी नहीं उठे। इसके बाद ग्रामीणों ने जमकर मेहनत की। लोगों ने हाथियों को गहरी नींद से उठाने के लिए कई प्रयास किए, गांव के लोगों ने हाथियों की नींद तोड़ने के लिए ढ़ोल नगाड़े बजाए तब कही जाकर वह नींद से जागे।
फॉरेस्ट रेंजर घासीराम पात्रा ने बताया कि जब वे वहां पहुंचे तो हाथियों को उठाने के लिए ड्रम बजाने पड़े। हाथी उठे और जंगल में अंदर चले गए। फारेस्ट रेंजर घासीराम पात्रा ने बताया कि इसकी संभावना है कि हाथी वहां आराम कर रहे थे, लेकिन फिर भी गांव वालों का कहना है कि कच्ची शराब को पीने के बाद ही हाथियों की ऐसी हालत हुई।