Deoriya 12 Years Old Girl Murder Case:(मनीष कुमार मिश्र) उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक मामा-मामी ने अंधविश्वास के चक्कर में अपनी ही भांजी का चाकू से कत्ल कर रिश्तो की मर्यादा को तार-तार कर दिया। ऐसा बताया जाता है कि आरोपी मामा का लड़का अक्सर मानसिक बीमार रहता था। मामा-मामी अपने बच्चे को ठीक करने के लिये कई उपाय कर चुके थे, लेकिन वह स्वस्थ्य नहीं हो पा रहा था।
भांजी की बलि चढ़ाई
तभी आरोपी मामी के सपने में देवी मां ने आकर कहा कि यदि आप किसी नाबालिक बच्ची की बली चढ़ा दे तो आपका बीमार बेटा स्वस्थ हो जाएगा। फिर क्या इन दोनों दंपतियों ने प्लान बनाया और अपनी ही भांजी को चाकू से पांच जगहों पर काटकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। मामा-मामी ने उसकी बली चढ़ाई और बच्ची का शव पेड़ के नीचे मक्के के डंठल में छुपा दिया। वहीं पुलिस ने हत्यारे मामा-मामी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
हत्या कर छिपाया शव
बता दें कि भटनी थाना क्षेत्र के बेहरा डाबर गांव में बीते 27 नंबर को एक 12 वर्ष की बच्ची का अर्धनग्न अवस्था में लहूलुहान शव बरामद हुआ था। बच्ची के शरीर पर कई जगहों पर चाकू से वार कर फेंका गया था। यह मासूम बच्ची अपनी दादी के साथ अपने पापा के ननिहाल शादी शामिल होने के लिये आई थी। तभी दरिंदे मामा-मामी ने यह खतरनाक कदम उठाया और हत्या कर मासूम बच्ची की बलि चढ़ा दी। आरोपियों ने मासूम के शव को मक्के के डंठल में छिपा दिया। जब बच्ची की तलाश शुरू हुई और बच्ची नहीं मिली उसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी पुलिस की काफी खोजबिन के बाद गांव के बाहर मक्के के डंठल में उसका शव बरामद हुआ।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने चौंकाया
वहीं बगल के अरहर की खेत में एक शॉल और बनियान भी मिला। इसी शॉल और बनियान के आधार पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की और SP ने मामले के खुलासा के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई। वहीं पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर यह एंगल पता चला कि बच्ची के पेट, सीने, सर और हाथ समेत पांच जगह पर चाकू से काटकर खून निकाला गया है ऐसे में पुलिस ने किसी तंत्र मंत्र वाले एंगल को आधार बनाकर जांच शुरू कर दी और इसी एंगल पर हत्यारों तक पहुंच गई।
मामी ने कबूला गुनाह
पुलिस की जांच में बरामद शॉल मृतका के मामी सविता की और बनियान उसके मामा शेषनाथ का निकला। शेषनाथ और सविता उत्तराखंड में रहते हैं। बरामद कपड़ों के आधार पर पुलिस ने मृतका की मामी सविता से पूछताछ की तो सारी कहानी निकल कर सामने आ गई। आरोपी मामा और मामी ने पुलिस को बताया कि मेरा बेटा संजय मानसिक रूप से बीमार है हम लोगों ने यूट्यूब के माध्यम से तंत्र-मंत्र की विद्या सीखी थी। मामी सविता ने बताया कि एक दिन मेरे सपने में देवी मां ने कहा कि अगर किसी नाबालिक लड़की की बलि चढ़ा दी तो तुम्हारा बेटा ठीक हो जाएगा। तभी से आरोपी मामी एक बच्ची की तलाश में थी।
कैसे की हत्या?
मामी ने पुलिस को बताया कि उसके जेठ गेना लाल यादव के घर पर शादी थी। उसी में शामिल होने के लिए रिश्तेदार आए थे। यह बच्ची भी आई थी। तभी इस बच्ची को हम लोगों ने देखा, यह बच्ची मुझे ठीक लगी। जब बच्ची हमारे पुराने घर की तरफ गई हम लोगों ने उसे अगवा कर लिया और गांव के बाहर ले जाकर पहले बच्ची के पेट, सीने , हाथ और सिर समेत पांच जगह पर काट कर खून निकला और उसकी हत्या कर दी। फिर हमने बच्ची के शव को छिपा दिया।
पुलिस ने भेजा जेल
देवरिया के एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि बच्ची की हत्या करने के बाद आरोपियों ने शव को मक्का के डंठल में छुपा दिया था। आरोपियों ने खून से सना कपड़ा और चाकू अपने घर के छज्जे पर रख दिया था। वहीं पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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