Raipur BJP Leader Video Viral : छत्तीसगढ़ के रायपुर विधानसभा उपचुनाव के बीच एक वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस वीडियो को लेकर भाजपा नेता को ट्रोल किया गया तो उन्होंने इसे झूठा बता दिया लेकिन कांग्रेस ने एक चाल और चली और सबूत को ही मीडिया के सामने पेश कर दिया। आइये जानते हैं आखिर किस वीडियो को लेकर मचा है बवाल।
भाजपा के पूर्व सांसद सुनील सोनी को पार्टी की तरफ से रायपुर दक्षिण से विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया गया है। इसके बाद उनका एक वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में वह एक मौलाना को Kiss करते दिखाई दिए थे। चुनाव में जब इसे मुद्दा बनाने की कोशिश की गई तो सुनील सोनी ने इससे इनकार कर दिया। इसे फेक बताते हुए यह भी कहा गया कि इसे AI से बनाया गया है।
कांग्रेस के प्रेस कांफ्रेंस में पहुंचे मौलाना
कांग्रेस इसके बाद सबूत को प्रेस कांफ्रेंस में लेकर आ गई। प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस ने उन्हीं मौलाना को बुला लिया जिन्हें भाजपा उम्मीदवार Kiss करते दिखाई दिए थे। मौलाना ने कहा कि मुझे पहले उन्होंने गले लगाया और फिर Kiss किया था। इस वीडियो के सामने आने के बाद सुनील सोनी फिर से ट्रोल हो रहे हैं।
यह भाजपा के पूर्व सांसद और वर्तमान में रायपुर दक्षिण से विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार सुनील सोनी हैं। मोदी जी के इस परमभक्त ने प्रचार के दौरान वोट मांगते वक्त एक मौलाना जी के गाल में चुम्मी ले ली जिसके बाद से छत्तीसगढ़ में सियासी तूफान मच गया है।
---विज्ञापन---भाजपा ने दावा किया कि चुम्मी… pic.twitter.com/LhvWmjP1n5
— Awesh Tiwari (@awesh29) October 29, 2024
वायरल वीडियो पर लोगों के कमेंट्स
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि भाजपा की क्या हालत हो गई है यार? एक अन्य ने लिखा कि अगर कर भी लिया था तो गलत क्या था? झूठ बोलने की जरूरत क्या थी? एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि सच बताया होता तो मामला सुधर जाता लेकिन अब तो बिगड़ चुका है।
रायपुर दक्खिन से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व संसद सुनील सोनी द्वारा मौलाना की चुम्मी को लेकर जब भाजपा ने दावा किया कि चुम्मी नहीं ली गई है तो कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस करा दी।
इस वीडियो में मौलाना जी प्रेस कांफ्रेंस में डरते सहमते कुबूल कर रहे कि चुम्मी ली गई। pic.twitter.com/iOexPzlASD
— Awesh Tiwari (@awesh29) October 30, 2024
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि ये उनका व्यक्तिगत जीवन है, उनके और मौलाना जी के बीच का मामला है। इस पर विवाद नहीं किया जाना चाहिए था। एक अन्य ने लिखा कि मौलाना ने उस समय विरोध नहीं किया तो आज क्यों बवाल कर रहे हैं?