नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजनीति में आज मुलायम सिंह यादव का युग समाप्त हो गया। लेकिन मुलायम का कद इतना बढ़ा है कि उनकी यादों को मिटाना इतना आसान नहीं होगा। तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव के सियासी व निजी जीवन में उतार-चढ़ाव जरूर आए लेकिन वह अपने समर्थकों के लिए हमेशा ‘नेताजी’ बने रहे। आईए देखते हैं मुलायम सिंह यादव की कुछ अनदेखी तस्वीरें।
मुलायम सिंह ने छात्र संघ के आंदोलन में भाग लिया था। साल 1967 में पहली बार विधायक बनकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की।
1975-77 आपातकाल के समय मुलायम यादव को लोक दल का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद जब पार्टी का विभाजन हुआ तो मुलायम ने राज्य इकाई के एक गुट का नेतृत्व किया था।
मुलायम सिंह यादव ने 1989 में मुख्यमंत्री बनने से पहले यूपी विधान परिषद और फिर राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में जिम्मेदारी निभाई थी।
मुलायम सिंह यादव ने साल 1992 में अपने खुद के संगठन समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी। इससे पहले वह संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी, भारतीय क्रांति दल, भारतीय लोक दल से जुड़े रहे थे।
मुलायम सिंह यादव ने साल 2017 में अपने बेटे अखिलेश यादव को सत्ता की बागडोर सौंपी। लेकिन खुद हमेशा उसकी निगरानी करते रहे।
यूपी में बीजेपी सरकार होने के बाद 2019 में संसद में नरेंद्र मोदी की प्रशंसा कर सबको चौंका दिया।