Bihar News : बिहार से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। बक्सर जेल में बंद कैदी का दावा है कि जिस पत्नी के कत्ल की 13 साल से सजा भुगत रहा है, जिस बहू की हत्या के आरोप में कैदी की मां की मौत हो गई वो जिंदा है। कैदी ने पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। कैदी का कहना है कि उसकी पत्नी का एक स्कूल प्रिंसिपल के साथ चक्कर था, मां ने एक दिन दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसके बाद उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई।
कैदी का कहना है कि वह यह पत्र बक्सर जेल के गांधी वार्ड से लिख रहा है। साल 2011 में उसकी शादी हुई थी, पत्नी D A V पब्लिक स्कूल डुमराव में पढ़ाती थी। दोनों का एक बेटा भी था, सबकुछ ठीक चल रहा था। इसी स्कूल का प्रिंसिपल, जो उस समय टीचर इंचार्ज था, वो घर पर आया जाया करता था। 15 अगस्त 2012 को वी. आनंद नाम के इस टीचर को मां ने पत्नी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया।
पत्र लिखकर बताई दास्तान
पत्र में आगे लिखा कि इसके बाद मां ने शोर मचाना शुरू कर दिया। स्कूल टीचर आंख में कुछ फेंक कर फरार हो गया, इसके बाद पत्नी भी घर छोड़ कर चली गई। ससुराल वालों ने मुकदमा लिखवा दिया, जिसके बाद मुझे आजीवन कारावास की सजा हुई और मेरी मां की मौत जेल में ही हो गई। सुनील तिवारी नाम के इस कैदी का कहना है कि मैं उस वक्त हैरान रह गया जब पत्नी कंचन तिवारी को फेसबुक पर देखा। उसने अपना नाम बदल कर श्रीपथी वासवी रख लिया है।
बिहार पुलिस भी गजब है!
सुनील तिवारी, पत्नी कंचन तिवारी की हत्या के आरोप में 13 साल से जेल में है, मां भी जेल में थी, जेल में ही मर गई।---विज्ञापन---अब सुनील का कहना है कि उनकी पत्नी जिंदा है। जेल से ही पत्र लिखकर वायरल किया है। पत्र पढ़कर सन्न रह जाएंगे। #Bihar #BiharPolice pic.twitter.com/cKdjW8l0DR
— Avinash Tiwari (@TaviJournalist) August 28, 2024
सुनील ने आगे लिखा कि वी.आनंद अब उसी स्कूल का प्रिंसिपल है और मेरी पत्नी उसी स्कूल में पढ़ा रही है। जिस पत्नी की हत्या की सजा मैं काट रहा हूं, वो जिंदा है लेकिन मैं जेल में बंद हूं, इसलिए इसकी सच्चाई सामने नहीं ला सकता। मेरे मित्र ने भी कंचन तिवारी के घर तक पहुंचे और जांच पड़ताल की है। सुनील का कहना है कि उसके जिंदा रहने के बाद भी 13 साल तक जेल में रहने की सजा मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रहा हूं।
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सुनील ने लिखा कि मैं शायद इसे बर्दाश्त न कर पाऊं और आत्महत्या कर लूं। मैं कायर नहीं हूं लेकिन खंजर पीठ पर खोंपा गया है और धोखा दुश्मन ने नहीं अपनों ने दिया है। सुनील ने लोगों से आग्रह किया है कि वो इस पत्र को अधिक से अधिक शेयर करें, जिससे लोगों को पता चले कि समाज में सिर्फ महिलायें प्रताड़ित नहीं होतीं पुरुष भी प्रताड़ित होते हैं।
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वहीं इस पत्र के वायरल होने के बाद प्रशासन में खलबली मच गई है। बक्सर एसपी मनीष कुमार ने बताया कि इस तरह के पर्चे के बांटे जाने की जानकारी मिली है। मामले की जांच के निर्देश नगर थानाध्यक्ष को दिए गए हैं। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, कार्रवाई की जाएगी।