बेंगलुरु एयरपोर्ट पर एक शानदार गल्फस्ट्रीम G280 प्राइवेट जेट की पारंपरिक पूजा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसके मालिक की पहचान सामने आ गई है। यह मिस्ट्री मैन कोई और नहीं, बल्कि एम्बेसी ग्रुप के नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन जितेंद्र (जीतू) विरवानी हैं। 200 करोड़ रुपये की कीमत वाला यह जेट अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित एम्पायर एविएशन के नाम से रजिस्टर्ड है, लेकिन पूजा भारत में होने से संकेत मिलता था कि खरीदार एक प्रमुख भारतीय उद्यमी है।
भारत में नई गाड़ियों या वाहनों की पूजा की परंपरा आम है। गल्फस्ट्रीम G280 एक हाई-क्लास प्राइवेट जेट है, जिसमें 10 लोगों के बैठने की क्षमता और 6,667 किलोमीटर की रेंज है। इसके दो हनीवेल HTF7250G टर्बोफैन इंजन, प्रत्येक 33 किलोन्यूटन थ्रस्ट के साथ, इसे 900 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम बनाते हैं।
मुकेश अंबानी के पंडित से कराई पूजा
वायरल वीडियो में प्रसिद्ध पंडित चंद्रशेखर शर्मा को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पूजा करते देखा गया। पंडित शर्मा ने ही मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी कराई थी। वीडियो में वह मंत्रोच्चार करते हुए, पवित्र अग्नि प्रज्वलित करते हुए और विमान के नोज पर स्वास्तिक चिह्न बनाते हुए दिखाई दे रहे हैं। विमान के अंदर उन्होंने भगवान गणेश, देवी लक्ष्मी और देवी सरस्वती की मूर्तियों की पूजा की, और सुरक्षित यात्रा व समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा।
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कौन हैं जीतू विरवानी?
जीतू विरवानी भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र के एक प्रमुख नाम हैं। उन्होंने 1993 में अपने पिता से एम्बेसी ग्रुप की कमान संभाली और इसे नई ऊंचाइयों पर ले गए। उनके नेतृत्व में एम्बेसी ने 62 मिलियन वर्ग फीट से अधिक के कमर्शियल, रेजिडेंशियल और रिटेल स्पेस विकसित किए हैं। 2019 में, उन्होंने ब्लैकस्टोन के साथ साझेदारी में भारत का पहला रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) लॉन्च किया, जिसने 4,750 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
रियल एस्टेट के अलावा, विरवानी ने अन्य क्षेत्रों में भी कदम रखा है। एम्बेसी ग्रुप के पास वीवर्क इंडिया में 73% हिस्सेदारी है, जहां जीतू विरवानी नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन हैं, और उनके बेटे करण विरवानी मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ हैं। ग्रुप ने ओलिव बाय एम्बेसी के तहत हॉस्पिटैलिटी में प्रवेश किया है और अगले दशक में भारत में 150 स्पार्क बाय हिल्टन होटल बनाने की योजना है, जिसमें 533 मिलियन डॉलर का निवेश होगा।
शिक्षा के क्षेत्र में, विरवानी ने नॉर्थ बेंगलुरु में एम्बेसी एकेडमी, एक स्मार्ट K-12 स्कूल, शुरू किया है। इसके अलावा, घुड़सवारी के प्रति उनके जुनून ने एम्बेसी इंटरनेशनल राइडिंग स्कूल (EIRS) की स्थापना को प्रेरित किया, जो युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देता है।
कई क्षेत्रों में फैला है एम्बेसी ग्रुप का बिजनेस
25 फरवरी 2025 को, एम्बेसी डेवलपमेंट्स लिमिटेड (EDL) ने जीतू विरवानी को चेयरमैन और उनके बेटे आदित्य विरवानी को मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया। कंपनी ने 559 करोड़ रुपये की संपत्ति अधिग्रहण और 2,000 करोड़ रुपये के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) की घोषणा की, जिसका लक्ष्य नॉर्थ बेंगलुरु में लक्जरी रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा देना है।
विरवानी ने चुनौतियों का भी सामना किया है। 2022 में, कर्नाटक हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ ब्लैक मनी एक्ट के तहत नोटिस को रद्द कर दिया था। इसके अलावा, 400 करोड़ रुपये के चेक डिसऑनर मामले में कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा, जिसे उन्होंने चुनौती दी। फिर भी, उनकी व्यावसायिक कुशलता ने एम्बेसी ग्रुप को रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी और फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस में अग्रणी बनाए रखा है।