Ajab Gajab Youngest Mother in the World: अगर हम आपसे कहें कि जिस उम्र में बच्चे को सही से खेलना तक नहीं आता है, उस उम्र में कई महिलाएं मां भी बन चुकी हैं तो शायद ये जानकर आपको भी हैरानी होगी। हालांकि, ये कोई कहने की बात नहीं बल्कि एक असल किस्सा है। इस अजीबो-गरीब दुनिया में ऐसी माताएं हैं जिन्होंने बेहद कम उम्र में बच्चे को जन्म दिया है। दुनिया में सबसे कम उम्र में बनने वाली लिस्ट में एक उम्र 5 साल, एक की 6 तो एक की 8 साल की उम्र रही है। आइए आपको खेलने-कूदने की उम्र में मां बन चुकीं माताओं के बारे में बताते हैं।
8 साल की उम्र में बनी मां
नाइजीरिया की रहने वाली मम-ज़ी नामक लड़की 8 साल, 4 महीने की उम्र में मां बनी थी। साल 1884 के दिसंबर में उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया। अतरंगी बात तो ये रही कि उसके बच्चे ने भी बेहद कम एज में बेबी को जन्म दिया। इसी के साथ वो सबसे कम उम्र में दादी बनने वाले की भी लिस्ट में शामिल हो गईं।
6 साल की उम्र में बनी मां
सोवियत संघ की रहने वाली येलिज़ावेता लिजा ग्रिशचेंको ने 6 साल की उम्र में बच्चे को जन्म दिया। 5 साल की उम्र में लिजा को अस्पताल में तब लेकर गए जब उसका पेट असाधारण रूप से बढ़ने लगा। वहीं, डॉक्टरों ने देखा की लिजा के शरीर में बदलाव हो रहे हैं। उन्हें देखा कि प्राइवेट पार्ट के पास हेयर्स और ब्रेस्ट में बदलाव हो रहा है। बढ़ते पेट और टेस्ट के बाद पता चला कि ये सब गर्भावस्था के कारण हो रहा है। लिजा द्वारा अपने 6वें जन्मदिन के कुछ दिनों बाद एक बच्ची को जन्म दिया गया था, लेकिन वो जीवित नहीं रह सका था।
5 साल की उम्र में बनी मां
पेरू के हुआनकेवेलिका क्षेत्र के टिकरापो की लीना मदीना ने 5 साल, 7 महीने की उम्र में बच्चे को जन्म दिया था। 14 मई, 1939 को लीना ने सीजेरियन सेक्शन के माध्यम से बच्चे को जन्म दिया। इसकी जानकारी होने पर लीना के माता-पिता और डॉक्टर्स भी हैरान रहे थे। बता दें कि लीना मदीना को 4 साल की उम्र में ही पीरियड्स होने शुरू हो गए थे।
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What is precocious puberty?
प्यूबर्टी को हिन्दी भाषा में यौवन या सयानापन कहा जाता है। अगर लड़कियों में 8 साल की उम्र से पहले और लड़कों में 9 साल की उम्र से पहले यौवन या सयानापन शुरू हो जाए तो इसे असामयिक प्यूबर्टी कहा जाता है। असामयिक यौवन में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या सबसे ज्यादा है और कम उम्र में यौन संपर्क से उनके गर्भवती होने की उम्मीद भी ज्यादा रहती है। असामयिक यौवन के दौरान कम उम्र में हड्डियों और मांसपेशियों तेजी से विकास होता है, जिससे उम्र से पहले ही जवां होने से बदलाव भी शरीर में दिखने लगते हैं।
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