Saturday, 27 April, 2024

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स्वीडन में कुरान जलाने का मामला: UNHRC में पाकिस्तान के प्रस्ताव का भारत ने किया समर्थन, कई मुस्लिम देश भी आए साथ

Sweden Quran Burning: स्वीडन में कुरान जलाने की घटना के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान के प्रस्ताव का भारत ने सपोर्ट किया है। धार्मिक घृणा से जुड़े इस प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दी गई। स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक शख्स ने पिछले महीने मस्जिद के सामने कुरान का अपमान किया था। […]

Edited By : Bhola Sharma | Updated: Jul 12, 2023 21:33
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Sweden Quran burning

Sweden Quran Burning: स्वीडन में कुरान जलाने की घटना के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान के प्रस्ताव का भारत ने सपोर्ट किया है। धार्मिक घृणा से जुड़े इस प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दी गई। स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक शख्स ने पिछले महीने मस्जिद के सामने कुरान का अपमान किया था। सभी इस्लामिक देशों के साथ यूरोपीय संघ, पोप फ्रांसिस और स्वीडन की सरकार ने इस घटना की निंदा की थी।

12 देशों में विरोध में किया मतदान

पाकिस्तान ने कुरान जलाने पर 57 देशों के ओआईसी की ओर से एक प्रस्ताव पेश किया था। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने धार्मिक घृणा के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया। जिसके पक्ष में 28 देशों ने मतदान किया। 12 देशों ने विपक्ष में मतदान किया और 7 देश अनुपस्थित रहे।

हालांकि, अमेरिका और ब्रिटेन सहित पश्चिमी देशों ने पाकिस्तान के प्रस्ताव का विरोध किया। तर्क दिया कि प्रस्ताव को मानवाधिकारों के बजाय धार्मिक प्रतीकों की रक्षा के लिए डिजाइन किया गया था। प्रस्ताव पारित होने के बाद कुछ देशों के प्रतिनिधियों ने तालियां बजाईं।

पाकिस्तान के राजदूत ने कही ये बात

मतदान के बाद पाकिस्तान के राजदूत खलील हाशमी ने जोर देकर कहा कि यह प्रस्ताव स्वतंत्र भाषण के अधिकार को कम करने की कोशिश नहीं करता है, बल्कि इसके और विशेष कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बीच एक विवेकपूर्ण संतुलन बनाने की कोशिश करता है।

हाशमी ने कहा कि कुछ लोगों का विरोध पवित्र कुरान या किसी अन्य धार्मिक पुस्तक के सार्वजनिक अपमान की निंदा करने की उनकी अनिच्छा से उत्पन्न हुआ है। उनके पास इस कृत्य की निंदा करने के लिए राजनीतिक, कानूनी और नैतिक साहस की कमी है, और परिषद उनसे न्यूनतम उम्मीद कर सकती थी। हालांकि, एक दिन पहले परिषद में अमेरिकी राजदूत मिशेल टेलर ने कहा था कि संयुक्त राज्य अमेरिका उन कृत्यों की कड़ी निंदा करता है जो आज की चर्चा का कारण बने। जिसमें 28 जून को पवित्र कुरान का अपमान भी शामिल है।

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First published on: Jul 12, 2023 09:31 PM

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