पश्चिम बंगाल पुरुलिया जिले के जिला शासक कार्यालय मे स्वतंत्रता दिवस के दिन ध्वजा उत्तोलन के दौरान तमाम अधिकारीयों के सामने एक उद्योगपती ने आत्मदाह करने का प्रयास किया। मौके पर मौजूद कुछ पुलिस कर्मियों ने काफी मसक्क़त के बाद उद्योगपति को पकड़ कर पुरुलिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल बेहतर इलाज के लिए ले गए। जहां उद्योगपती का इलाज करने के बाद डॉक्टरों ने छोड़ दिया।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सुबह पुरुलिया झालदा निवासी उद्योगपति दिनेश अग्रवाल अचानक से पुरुलिया जिला शाशक के कार्यालय पहुंच गया, जहां ध्वजा उत्तोलन का काम चल रहा था। सभी अधिकारी ध्वजा उत्तोलन के लिए मौजूद थे। उसी दौरान तमाम अधिकारियों के सामने उद्योगपति ने अपनी जेब से ब्लेड निकाला और आत्मदाह के मकसद से अपने ही शरीर पर ब्लेड से तबातोड़ हमला करने लगा। इस हमले में वह शख्स पूरी तरह घायल हो गया। मौके पर मौजूद तमाम अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
उद्योगपति का आरोप
उद्योगपति को मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। जहां उसका इलाज चल रहा है। घायल उद्योगपति का आरोप है कि उसकी जमीन का बंटवारा कर दिया गया है। बार-बार प्रशासन के अधिकारियों को इस बारे में जानकारी देने के बाद भी कोई काम नहीं होने के कारण उसने यह कदम उठाया।
इसके अलावा उद्योगपती ने यह भी आरोप लगाया कि जिला भूमि विभाग उससे कई बार रुपए की मांग करता है। अगर वह पैसे देता है तो उनका काम हो जाएगा। अगर नहीं दिए तो नहीं होगा। इसी वजह से अबतक काम नहीं हुआ। उनकी जमीन भूमि विभाग ने उनके नाम पर नहीं की है। हालांकि, प्रशासन के मुताबिक, मामले की छानबीन की जा रही है और उद्योगपति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
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