Ram Baraat 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) ही नहीं पूरे उत्तर भारत में प्रसिद्ध और बड़ी राम बारात (Ram Baraat) के आयोजन को आगरा (Agra) जिला तैयार है। यहां के दयालबाग इलाके को इस बार जनकपुरी (Janakpuri) के तौर पर सजाया गया है। जहां राम बारात का स्वागत किया जाएगा। पूरे इलाके को आकर्षक लाइटों के साथ सजाया गया है। दो दिन बाद बुधवार और गुरुवार को राम बारात निकासी का आयोजन होगा। बता दें कि दो साल से राम बारात का आयोजन नहीं की जा रहा था।
भगवान गणेश की शोभायात्रा के साथ शुरू हुए कार्यक्रम
इस साल का उत्सव रविवार को भगवान गणेश की शोभा यात्रा के साथ शुरू हुआ। आगरावासियों ने झांकी पर फूलों का बारिश की। सप्ताह भर तक चलने वाले इस उत्सव के सुचारू संचालन के लिए 1000 मिट्टी के दीयों के साथ महाआरती की, जो 24 सितंबर तक जारी रहेगी। पारंपरिक राम बरात बुधवार शाम को शहर के मनकामेश्वर मंदिर से शुरू होगी। शहर के विभिन्न इलाकों से होते हुए अगली सुबह (गुरुवार) दयालबाग स्थित जनकपुरी पहुंचेगी। 24 सितंबर को लौटने से पहले ‘राम बारात’ तीन दिन तक वहीं रुकेगी।
दो साल बाद हो रहा है राम बारात का आयोजन
राम बारात आयोजन समिति के मीडिया प्रभारी कुमार ललित ने बताया कि जनकपुरी में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। एक भव्य जनक महल तैयार किया गया है। यहां राम बारात प्रवास के दौरान सभी आयोजन होंगे। सप्ताहभर चलने वाले इस उत्सव की शुरुआत रविवार को गणेश शोभा यात्रा के साथ हुई। उन्होंने कहा कि परंपरा के अनुसार पितृ पक्ष में कोई शुभ कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता है, लेकिन आगरा में हर साल ‘राम बारात’ का आयोजन होता है। श्री राम व सीता का प्रतीकात्मक विवाह होता है। बता दें कि कोरोना का कारण दो साल तक कार्यक्रम का आयोजन नहीं हुआ था।
आसपास के जिलों से भारी संख्या में आते हैं लोग
बता दें कि पिछले कई वर्षों से आगरा में भव्य राम बारात का आयोजन होता आ रहा है। आयोजन समितियों का दावा होता है कि यह भव्य राम बारात यूपी ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत की सबसे बड़ी राम बारात होती है। आसपास के जिलों से भारी संख्या में लोग इसे देखने के लिए आते हैं। आयोजन समिति के लोगों के अलावा, प्रशासन और पुलिस की ओर से भी काफी बड़े स्तर पर तैयारियों की जाती हैं। यहां पूरा मेला लगता है, जो करीब सात दिनों तक चलता है।