Khanpur MLA Umesh Sharma and Former MLA Pranav Champion Profile: उत्तराखंड के खानपुर विधायक कार्यालय में बीते दिन हुई फायरिंग के मामले में पुलिस तेजी के साथ अपना काम कर रही है। इस मामले में पहले पुलिस ने विधायक उमेश शर्मा और पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन को हिरासत में लिया। वहीं, अब पुलिस ने इस मामले में पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। इस क्षेत्र में विधायक उमेश शर्मा और पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन दोनों की काफी अच्छी पकड़ है। एक ओर जहां पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन हमेशा विवादों में रहते हैं, वहीं उमेश शर्मा खानपुर सीट से विधायकी का चुनाव लड़ते हुए चर्चा में आए।
कौन हैं प्रणव सिंह चैंपियन, विवादों से है पुराना नाता
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। साल 2000 में उत्तराखंड बना और नारायण दत्त तिवारी की अगुवाई में पहली नई सरकार बनी। उस समय खानपुर क्षेत्र से प्रणव सिंह चैंपियन निर्दलीय विधायक बने थे। कांग्रेस को अपना समर्थन देकर मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में पूरी साज-सज्जा के साथ गए थे। चैंपियन विधायक बनते ही मंत्री पद भी चाहते थे लेकिन सपना पूरा नहीं हुआ और खुलकर उन्होंने अपनी नाराजगी तत्कालीन सरकार से जताई थी। इसको लेकर भी काफी हो-हल्ला मचा था। हथियारों के प्रति भी चैंपियन को शौक जगजाहिर रहा है। अपनी कई तस्वीरों में वह हथियार लहराते हुए दिखाई दिए, जिसको लेकर हमेशा विपक्षी नेता उन पर तंज कसते रहे हैं।
साल 2003 में प्रणव सिंह चैंपियन पर लक्सर वन विभाग ने मगरमच्छ का शिकार करने का आरोप लगाया था और उनके खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया था।
साल 2009 में मंगलौर में चैंपियन के खिलाफ हवाई फायरिंग करने का आरोप लगा था। तब उनके खिलाफ मामला दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगा था।
साल 2011 में उनके खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल के समर्थकों के साथ मारपीट के आरोप लगे थे और उनकी शिकायत पर मामला दर्ज हुआ था।
साल 2011 में ही रुड़की के एक होटल स्वामी पर फायरिंग करने के आरोप में मामला दर्ज हुआ था।
साल 2015 में कांग्रेस नेताओं की पार्टी में उन पर हवाई फायरिंग करने के आरोप लगे थे, जिसमें 2 लोग घायल हो गए थे और इसमें भी मामला दर्ज हुआ था।
वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार के विधायकों की साल 2016 में तनातनी चल रही थी, उस वक्त चैंपियन ने बागियों के साथ खड़े हुए थे।
साल 2017 में भाजपा ने उन्हें अपने टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए खड़ा किया तो नामांकन में भी खुलेआम हथियारबंद समर्थकों के साथ पहुंचे, उस वक्त भी उन पर सवाल उठाए गए थे।
साल 2019 में विधायक बनने के बाद प्रणव सिंह चैंपियन का एक वीडियो सामने आया था। इसमें वह हथियार लहराकर नाचते नजर आए। इस वीडियो को लेकर चैंपियन को बीजेपी से निकाल दिया गया था। क्योंकि उनके हथियार की प्रदर्शनी के साथ ही जुबान भी उत्तराखंड के खिलाफ थी, जिससे नाराज होकर बीजेपी नेतृत्व ने उनके खिलाफ 6 साल की पाबंदी लगा दी।
कौन हैं विधायक उमेश शर्मा
खानपुर विधायक उमेश शर्मा वीडियो में पुलिस की मौजूदगी में पिस्टल लहराते दिख रहे हैं। उमेश शर्मा कई साल तक पत्रकार रहे, लेकिन वह तत्कालीन उत्तराखंड सरकार से तनातनी की वजह से काफी चर्चा में आए थे। वहीं, साल 2022 में उन्होंने खानपुर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विधायकी का पर्चा भरा था। इस चुनाव में वह पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी के खिलाफ लड़ रहे थे। इस चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की है। बस तभी से उनका चैंपियन के साथ छत्तीस का आंकड़ा है। अक्सर उमेश शर्मा और प्रणव सिंह चैंपियन की जुबानी जंग देखने को मिलती है। कल की घटना से पहले भी पिछले 2-3 दिनों से सोशल मीडिया पर दोनों की जुबानी जंग चल रही है।