गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे सहजनवां से जैतपुर से फिर शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस- वे पर सलारपुर से जुड़ा है। इस एक्सप्रेस- वे से अंबेडकरनगर, गोरखपुर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ समेत 4 जिले के लोग डायरेक्ट फायदा ले सकते हैं। गोरखपुर और आजमगढ़ के बीच कल्चर चीजें का जल्दी आदान- प्रदान हो पाए, इसके लिए के लिए एक्सप्रेस- वे बनाने का फैसला किया था। इससे कनेक्टिविटी और बेहतर जर्नी मिलेगी। इसके शुरू होने से सफर 4 घंटे में ही पूरा होगा।
किन चीजों में आएगी तेजी?
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस- वे के शुरू होने से ट्रांसपोर्ट और बिजनेस में तेजी आएगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से अलग- अलग एरिया में नौकरी के अवसर मिलेंगे। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों साइड इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनेगा। इस प्रोजेक्ट में लगभग 5800 हेक्टेयर एरिया में इन्वेस्टमेंट किया जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस- वे 4 लेन चौड़ा यानी वाइड एक्सप्रेस- वे है, जो गोरखपुर के जैतपुर गांव को आजमगढ़ जिले के पूर्वांचल एक्सप्रेस- वे पर सलारपुर गांव से जोड़ता है।
क्या हैं प्रोजेक्ट से जुड़ी बड़ी बातें
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों साइड इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने का प्लान है। इससे यूपी में इन्वेस्टमेंट को आकर्षित करने के साथ-साथ जॉब्स के अवसर मिलेंगे। इसके लिए गोरखपुर में धुरियापार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 5500 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। एक्सप्रेस- वे के शुरू होने से टाइम बचेगा। इसके अलावा बिजनेस में तेजी आएगी । यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश के विकास में बड़ा योगदान देगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से काफी चीजों में बदलाव आएगा।
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