Mysterious Fever in West Uttar Pradesh: कभी बारिश-कभी उमर भरी गर्मी… मौसम के पल पल बदलते मिजाज ने लोगों को परेशान करके रख दिया है। ऐसे में कई तरह के संक्रमित बुखार भी पनप रहे हैं। इसी बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में एक रहस्यमयी बुखार ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है। आगरा और आसपास के जिलों में भी इस अनजान बुखार से अभी तक 40 बच्चों समेत 68 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद जिला स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है।
इन जिलों में कोहराम की स्थिति
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा, अलीगढ़, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज में लोगों में दहशत का माहौल है। बताया गया है कि एक करीब एक सप्ताह के भीतर 40 बच्चों समेत 68 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, अस्पतालों में भी लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। आगरा में भी बड़ी संख्या में इस बुखार से पीड़ित मरीज एसएन मेडिकल कॉलेज समेत अन्य अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
डेंगू मलेरिया की तरह हैं लक्षण
स्थानीय डॉक्टरों और मरीजों के तीमारदारों का कहना है कि इस बुखार के लक्षण डेंगू और मलेरिया की तरह ही हैं। उधर, पहले लोगों को लगा कि ये मौसम के बदलने पर वायरल फीवर है, लेकिन जैसे ही एक साथ मौतों का इतना बड़ा आंकड़ा सामने आया तो सभी के होश उड़ गए। आगरा के जिला चिकित्साधिकारी अरुण श्रीवास्तव ने एक मीडिया रिपोर्ट में कहा है कि इस बुखार के लक्षण वायरल की तरह ही हैं। उन्होंने कहा है कि हम फिर भी बुखार से पीड़ितों के नमूनों की जांच कर रहे हैं।
वाराणसी में चूहों के पेशाब से फैला संक्रमण
बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश वाराणसी में भी एक संक्रमण फैलने की खबर सामने आई थी। एक साथ करीब 10 बच्चे अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हुए थे। जांच में सामने आया था कि सभी बच्चे चूहे के पेशाब से फैलने वाले संक्रमण लिप्टोस्पायरोसिस से संक्रमित हुए थे। इस जानकारी के बाद भी वाराणसी के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। वाराणसी सीएमओ ने इसके लिए एडवायजरी भी जारी की थी।