उत्तर प्रदेश में वाराणसी सामूहिक दुष्कर्म के मामले से हड़कंप मचा हुआ है। 23 लोगों पर 6 दिनों तक 19 वर्षीय युवती के साथ में दरिंदगी का आरोप है। अभी तक इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसी बीच मामले में एक बड़ा ट्विस्ट आ गया है। दरअसल, आरोपियों के परिजनों द्वारा उपलब्ध कराए गए वीडियो और इंस्टाग्राम चैट के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसआईटी जांच के आदेश दिए थे। जांच के दायरे में पीड़िता के इंस्टाग्राम पोस्ट, घटना के समय उसकी गतिविधियां और एफआईआर में नामजद आरोपियों की संख्या में अंतर जैसे कई संदिग्ध पहलू सामने आए हैं।
गौरतलब है कि इस मामले में पीएम मोदी के संज्ञान लेने के बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट एक्टिव हो गया है। वाराणसी के कई इलाकों में अवैध बार, कैफे और रेस्टोरेंट पर लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में कुछ ऐसे पहलू हैं जिनकी जांच जरूरी है।
आरोपियों की गिरफ्तारी पर फिलहाल लगी रोक
डीसीपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी टीम एक महीने के अंदर रिपोर्ट पेश करेगी। वायरल वीडियो और इंस्टाग्राम चैटिंग से नए सवाल उठ रहे हैं। घटना के वक्त पीड़िता के सोशल मीडिया पर एक्टिव होना और मेडिकल रिपोर्ट ने केस को उलझा दिया है। इसलिए फिलहाल अगली किसी भी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई है। इतना ही नहीं अगर गैंगरेप के आरोप गलत पाए जाते हैं, तो उल्टा युवती पर ही कार्रवाई की बात सामने आई है।
पीड़िता के संदिग्ध वीडियो और फोटो से आया नया मोड़
दरअसल, गुरुवार को पुलिस कमिश्नर के आफिस पहुंचकर 100 से अधिक की संख्या में आरोपियों के परिजनों ने युवती की संदिग्ध गतिविधि के वीडियो और फोटो उपलब्ध कराए थे और उन्होंने आरोपियों को निर्दोष बताया। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की गुहार लगाई थी। उनका कहना है युवती ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर बेकसूरों को फंसाया है। बताया जा रहा है कि ये वीडियो घटनाक्रम की अवधि के दौरान के हैं, जिसमें पीड़िता आरोपी युवकों के साथ घूमती-फिरती नजर आ रही है। दावा है कि युवती ने इंस्टाग्राम पर आरोपी युवकों से चैट करके मिलने की बात कही थी। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि युवती घटना के दौरान लगभग 7-8 बार अकेली थी और चाहती तो अपने घर जा सकती थी या फिर पुलिस की मदद ले सकती थी। बता दें कि पीएम मोदी ने भी वाराणसी में अपने 50वें दौरे के दौरान आलाधिकारियों से एयरपोर्ट पहुंचते ही इस मामले का संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
क्या है मामला?
यह मामला तब चर्चा में आया जब 29 मार्च से 4 अप्रैल तक युवती के साथ कथित गैंगरेप की शिकायत उसकी मां ने लालपुर-पांडेयपुर थाने में दर्ज कराई थी। एफआईआर में दावा किया गया था कि युवती को कई दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया था। लेकिन अब सामने आए वीडियो और इंस्टाग्राम चैट्स ने इस पूरे मामले की दिशा ही बदल दी है। कथित घटना के तीसरे दिन यानी 31 मार्च का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें युवती एक रेस्टोरेंट के पास तीन युवकों के साथ नजर आ रही है। वीडियो में दिख रहे युवकों की पहचान सोहेल, आयुष और दानिश के रूप में की गई है। दावा है कि इस वीडियो को चौथा युवक शाहिद रिकॉर्ड कर रहा था, जो इस मामले में आरोपी है।इस वीडियो में युवती सामान्य स्थिति में नजर आ रही है, जिससे एफआईआर में लगाए गए आरोपों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
इंस्टाग्राम पर एक्टिव थी पीड़िता
जांच में यह भी सामने आया है कि युवती 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से सक्रिय थी। दावा है कि वह कॉन्टिनेंटल कैफे में काम करने वाले एक अन्य आरोपी जाहिद से इंस्टाग्राम पर चैट कर रही थी। चैट में युवती ने कथित तौर पर खुद मिलने की बात कही है। इतना ही नहीं, युवती ने 2 अप्रैल को अपनी तस्वीर भी इंस्टाग्राम पर अपलोड की थी और अन्य वीडियो-फोटो भी इसी दौरान पोस्ट किए गए हैं।









