Noida News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) स्थित दादरी एनटीपीसी प्लांट (Dadri NTPC Plant) पर 500 से ज्यादा लोगों ने प्रदर्शन किया। आरोप है कि पुलिस ने उन पर पानी की बौछारों (Water cannons) और लाठियों का इस्तेमाल किया। इसमें करीब 10 लोग घायल हुए हैं।
इन लोगों की मांग है कि वर्ष 1970 के दशक की शुरुआत में निगम की ओर से अधिग्रहित भूमि का बढ़ा हुआ मुआवजा मिले। बता दें कि जिस वक्त यह मामला हुआ तक राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री ग्रेटर नोएडा में थे।
पुलिस ने आरोपों का खंडन किया
हालांकि नोएडा पुलिस की ओर से इन आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया है कि उन पर पथराव किया गया था। इस पर पुलिस ने भारतीय किसान परिषद के किसान नेता सुखबीर खलीफा (पहलवान) समेत 12 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि विरोध उस दिन हिंसक हो गया, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इंडिया वाटर वीक 2022 का उद्घाटन करने के लिए ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो मार्ट में मौजूद थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
करीब 550 लोगों पर मुकदमा दर्ज
एसएचओ ज्ञान सिंह ने बताया कि इसमें 53 नामजद और लगभग 500 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इन पर आईपीसी की धाराओं के तहत दंगा करने, सार्वजनिक कार्य में बाधा डालने, हिंसा भड़काने और आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम 2013 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
गिरफ्तारी से पहले सुखबीर खलीफा ने मीडिया को बताया कि आसपास के 24 गांवों के करीब 600 किसान एनटीपीसी-दादरी के मुख्य द्वार पर इकट्ठा हुए थे। हम शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन काफी संख्या में पहुंची पुलिस ने हमें घेर लिया। दमकल की गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। हम पर लाठीचार्ज भी हुआ।
10 से ज्यादा लोग हुए घायल!
करीब 85 साल की एक बुजुर्ग महिला बुरी तरह से घायल हुई है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अतिरिक्त, 10 और लोगों को चोटें आईं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह अन्यायपूर्ण रवैया है। पुलिस विरोध करने के उनके मौलिक अधिकार को नहीं छीन सकती है।
नोएडा पुलिस ने लाठीचार्ज के आरोप का खंडन करते हुए बताया कि उन्होंने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, क्योंकि प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए। गेट तोड़कर एनटीपीसी में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए बहुत हल्के दबाव के साथ वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त अभिषेक वर्मा ने बताया कि घटनास्थल पर 550 से ज्यादा प्रदर्शनकारी थे, लेकिन लाठीचार्ज की कोई घटना नहीं हुई। पुलिस ने किसी को चोट नहीं पहुंचाई।