उत्तर प्रदेश सरकार ने गांव की सूरत बदलने के लिए मॉडल गांव की शुरुआत की गई है। इसमें 772 ग्राम पंचायतों के 1,147 गांवों को शामिल किया गया है। जिसके लिए अयोध्या के तारुन ब्लॉक के महान मऊ गांव से अभियान शुरू किया गया है। इसकी जानकारी गवर्नमेंट ऑफ यूपी के एक्स हैंडल पर दी गई है। जिसमें बताया गया कि ODF के जिला को-ऑर्डिनेटर दीपक कुमार के मुताबिक, अभी जिले के 78 पंचायतों का वैरीफिकेशन कर मॉडल गांवों के तौर पर विकसित किया जाएगा, जिसके लिए गांवों के प्रधानों ने एक लिस्ट तैयार की है।
काम हुआ शुरू
मार्क किए गए गांवों की प्रशासन के स्तर पर इसकी जांच की जा रही है। दीपक कुमार ने जानकारी दी कि महान मऊ में साफ-सफाई का काम किया जा रहा है। इसके दूसरे काम मॉडल गांव के हिसाब से ही किए जाएंगे। जल्द ही इन गांवों की पूरी सूरत बदल दी जाएगी।
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मॉडल गांव क्या?
किसी भी गांव को मॉडल गांव बनाने के लिए कई खास चीजें होती हैं। जिसमें सतत विकास, स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण और नागरिकों की भागीदारी बहुत जरूरी होती है। जिन गांवों में खुले में शौच से मुक्ति, स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल, गांव के सभी घरों में शौचालय, गोबर के संग्रह के लिए कंपोस्ट गड्ढे, कूड़े के संग्रह के लिए गीले व सूखे कूड़ों के गड्ढे और गांव में कनेक्टिंग रोड होते हैं, वे मॉडल गांव में शामिल होते हैं।
सड़कों का चौड़ीकरण
बाराबंकी की तीन सड़कें चौड़ी करने के लिए शासन ने मंजूरी दे दी है। इन सड़कों को चौड़ा करने के लिए करीब 80 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। देवा से सद्दीपुर के 9 किमी लंबे मार्ग को पौने 4 मीटर की चौड़ाई से साढ़े 5 मीटर चौड़ा किया जाएगा। सड़कों को चौड़ा करने को प्रशासन से मंजूरी भी मिल गई है। इन सड़कों को चौड़ा करने के लिए 80 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। देवा से सद्दीपुर के 9 किमी लंबे मार्ग को पौने 4 मीटर की चौड़ाई से साढ़े 5 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा।
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