Saturday, 20 April, 2024

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गांववालों ने सरकारी स्कूल में बांधे 80 आवारा पशु, प्रिंसिपल ने बुलाए SDM और CO, वजह कर देगी हैरान

UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बिजनौर (Bijnor) जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां गुस्साए किसानों ने एक गांव के सरकारी स्कूल में लावारिश मवेशियों (पशुओं) को बंद कर दिया। मवेसियों के स्कूल में आते ही बच्चे स्कूल छोड़कर अपने-अपने घर भाग गए। घटना की जानकारी पर प्रशासन ने […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Dec 22, 2022 16:01
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UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बिजनौर (Bijnor) जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां गुस्साए किसानों ने एक गांव के सरकारी स्कूल में लावारिश मवेशियों (पशुओं) को बंद कर दिया। मवेसियों के स्कूल में आते ही बच्चे स्कूल छोड़कर अपने-अपने घर भाग गए। घटना की जानकारी पर प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं।

स्कूल का ताला तोड़ घुसाए मवेशी   

घटना बिजनौर के कोतवाली देहात क्षेत्र के बांकपुर गांव की है। यहां किसानों मे लावारिश मवेशियों से परेशान होकर कथित तौर पर उन्हें एक प्राथमिक सरकारी स्कूल में बंद कर दिया। बताया गया है कि 80 से अधिक आवारा पशु स्कूल में बंद हैं, जिसके कारण स्कूल में कक्षाएं नहीं चल रही हैं।

65 बच्चों की करनी पड़ी छुट्टी

जानकारी के मुताबिक स्कूल परिसर में मवेशियों के कारण करीब 65 बच्चों को घर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जानवर उनकी फसलों को नष्ट कर रहे हैं। बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा है, जिसके कारण उन्हें कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

स्कूल पहुंची प्रधानाध्यापिका के होश उड़े

प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका बबीता देवी ने बताया कि बुधवार सुबह जब वे स्कूल पहुंची तो चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल था। स्कूल के भीतर बड़ी संख्या में आवारा मवेशी थे। इस कारण हमें बच्चों की कक्षाएं निलंबित करनी पड़ीं हैं। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि उन्होंने मामले की जानकारी अपने अधिकारियों को दे दी है।

अधिकारियों ने ग्रामीणों से की बात

घटना के बाद एसडीएम बिजनौर मोहित कुमार और सर्कल अधिकारी अनिल कुमार किसानों से बात करने के लिए गांव में पहुंचे। किसानों से बातचीत के बाद मवेशियों को पास की एक गौशाला में ले जाया गया है। एक किसान ने बताया कि हमने पशुपालन और राजस्व विभाग को सूचित किया था, लेकिन उन्होंने हमारी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया।

First published on: Dec 22, 2022 04:01 PM
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