(अशोक तिवारी, लखनऊ)
UP Assembly byelection 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद अब बीजेपी एक तरफ हार के कारणों पर मंथन कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ पार्टी को फिर मजबूत करने पर उसका फोकस है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। तारीख तय नहीं हो पाई है। लेकिन बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है। उपचुनावों को लेकर पार्टी तीन-तीन उम्मीदवारों के नाम का पैनल तैयार कर रही है। अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व का होगा।
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लेकिन पैनल में जिताऊ उम्मीदवारों का चयन किया जा रहा है। जिसकी खुद भी संबंधित विधानसभा में अपनी पकड़ हो यानी पार्टी के वोट के साथ ही उसका खुद का भी वोटबैंक हो। लेकिन खास बात यह है कि इस बार बीजेपी लोकसभा चुनाव जैसी गलती नहीं करना चाहती है। उपचुनाव वाली विधानसभा सीटों पर योगी सरकार के मंत्रियों की फौज उतारी जा रही है। बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कई मंत्रियों को संबंधित विधानसभा सीटों पर जाकर काम में जुटने के लिए कहा गया है।
उपचुनाव में फिर सियासी प्रयोग करेगा पीडीएम मोर्चा
दरअसल लोकसभा चुनाव में प्रदेश में एक और मोर्चा गठित हुआ था। उसे पीडीएम नाम दिया गया था यानी पिछड़ा, दलित और मुसलमान। इसकी अगुआई अपना दल कमेरा वादी की नेता पल्लवी पटेल कर रही थीं। इसमें ओवैसी की पार्टी एमआईएम और प्रगतिशील मानव समाज पार्टी शामिल थी। पल्लवी पटेल ने भी इस बार उपचुनावों में पीडीएम मोर्चा के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
इन मंत्रियों को मिली है जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों में कटेहरी विधानसभा में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मंत्री आशीष पटेल को जिम्मेदारी मिली है। वहीं, शीशामऊ विधानसभा में मंत्री सुरेश खन्ना, मिल्कीपुर विधानसभा में मंत्री सूर्य प्रताप शाही, करहल विधानसभा सीट पर जयवीर सिंह, फूलपुर विधानसभा सीट पर मंत्री राकेश सचान, मझवां विधानसभा सीट पर मंत्री अनिल राजभर, गाजियाबाद विधानसभा सीट पर मंत्री सुनील शर्मा और मीरापुर विधानसभा सीट पर आरएलडी कोटे से मंत्री अनिल कुमार को जीत का जिम्मा दिया गया है।
इन सीटों पर होगा उपचुनाव
प्रदेश में करहल, मीरापुर, खैर, सीसामऊ, फूलपुर, मझवा, कुंदरकी, गाजियाबाद, कटेहरी और मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव होना है। इनमें से 5 विधानसभा सीटें सपा, 3 सीटें बीजेपी जीती थीं। इसके अलावा एक सीट आरएलडी और एक सीट निषाद पार्टी जीती थी।