UP Police STF Became Baba Lobour Caught Criminals: अपराधियों को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस नित नए तरीके अपनाती रहती है। क्योंकि समय के साथ-साथ अपराधियों के अपराध का तरीका भी बदलता जा रहा है। कभी वे इंटरनेट काॅलिंग की मदद लेते हैं तो कभी विदेशी नंबरों का प्रयोग करते हैं। अब अपराधियों को पकड़ने के लिए यूपी एसटीएफ भी रंग रूप बदलकर काम कर रही है। कभी पुलिस आॅफिसर बाबा बन रही है तो कभी भिखारी बन रही है। कोई आॅटो चालक बनकर सबूत तलाश रहा है तो कोई रेहड़ी लगाकर कड़ी नजर रख रहा है। कुल मिलाकर तु डाल-डाल, मैं पात-पात वाली स्थिति है।
नकली घी बनाने की फैक्ट्री तक ऐसे पहुंचा बाबा
ताजा मामला आगरा के विजयनगर से जुड़ा है। यहां नकली देशी घी की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। बड़ा इलाका होने की वजह से फैक्ट्री का पता लगाना एसटीएफ के किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं था। इस पर एसटीएफ मेें तैनाफ एक अफसर ने बाबा का रूप धर लिया और गली-गली घूमे। लोगों के घरों से कभी पानी मांगा तो कभी खाने को फल। फिर एक दिन उस कोठी पर पहुंच गए जहां नकली घी बनाने का काम चल रहा था।
चोटी वाले ऐसे निकाले रहे अपराधियों की कुंडली
इस काम में केवल एक अफसर नहीं बल्कि एसटीएफ में तैनात हर एक पुलिसकर्मी को इस प्रकार प्रशिक्षित किया गया है। वहीं एक पुलिस कर्मी विकलांग बनकर चलता है। एक पुलिसकर्मी ने लंबी चोटी रखी है। माथे पर टीका रहता है और कई लोगों को कुंडली बताते हैं। वहीं कई पुलिसकर्मी पेपर लीक गैंग को पकड़ने के लिए नौकरी के बहाने तलाशती है। बता दें कि आगरा की एसटीएफ ऐसे भेष धारण कर आगरा शहर में ही करीब दो दर्जन बदमाशों को जेल में पहुंचा चुके हैं। कई पुलिस कर्मी तो मजदूरों के साथ दिहाड़ी पर काम करते हुए भी नजर आ जाते हैं।