राजनीतिक स्थिरता और औद्योगिक विकास होगा सहायक
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अन्नदाताओं की भूमि है। यह प्रदेश देश में खाद्यान, गन्ना, आलू और दूध के उत्पादन में अग्रणी है। राष्ट्रपति मुर्मू ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में कृषि आधारित व्यवसायों के विकास की भी अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि यह बेहद खुशी का विषय है कि उत्तर प्रदेश सरकार खाद्य प्रसंस्करण नीति के माध्यम से इस उद्योग को प्रोत्साहित कर रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि राजनीतिक स्थिरता और निरंतरता औद्योगिक विकास में सहायक सिद्ध होती है।
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देश में सबसे ज्यादा एमएसएमई यूपी में हैं
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश में निवेश की प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए जिस तरह से प्रयास किए हैं, वह सराहनीय है। उत्तर प्रदेश में 95 लाख एमएसएमई हैं, जो देश में सबसे अधिक हैं। एमएसएमई कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार के मौके देने वाला क्षेत्र है।
एमएसएमई आर्थिक विकास में एक प्रमुख भूमिका है। राष्ट्रपति ने कहा कि यूपी ने हाल के दिनों में बुनियादी ढांचे के विकास में काफी प्रगति की है। सड़क परिवहन, राजमार्गों और एक्सप्रेसवे में बढ़ते निवेश से आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
ODOP ने उत्तर प्रदेश को एक नऊ पहचान दी
उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई है कि देश में 65 प्रतिशत मोबाइल उपकरण अकेले उत्तर प्रदेश में बनते हैं। इतना ही नहीं, पारंपरिक उद्यम को बढ़ावा देने वाली उत्तर प्रदेश की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट स्कीम (ODOP) भी बहुत सफल है।
पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ-साथ निवेशकों को भी काफी मौके मिलते हैं। विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाने की कोशिश के लिए योगी सरकार की तारीफ करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने सरकार के प्रयोसों की सराहना की। सम्मेलन के समापन सत्र में सीएम योगी ने राष्ट्रपति मुर्मू को भगवान गणेश की मूर्ति देकर सम्मानित किया।
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