Rapid Metro: दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली रैपिडएक्स (रैपिड ट्रेन) का निर्माण कार्य जोर शोर से चल रहा है। कुल चार चरणों में बनाई जा रहे दिल्ली-गाजियाबाद मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के 82.5 किमी लंबे कॉरिडोर पर पूरी तरह 2025 में पूरी तरह से संचालन शुरू होगा, लेकिन प्राथमिकता खंड पर रैपिड ट्रेन चलाने का लक्ष्य है जल्द ही पूरा होने वाला है।
पहले फेज के तहत गाजियाबाद के दुहाई डिपो से साहिबाबाद तक रैपिड रेल चलेगी। इसकी पूरी तैयारी हो चुकी है। यह भी तय हो चुका है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। इस बीच यह भी जान लें कि रैपिड मेट्रो ट्रेन में यात्रा के दौरान लोगों को आवागमन में कम समय लगे, इसकी भी कोशिश की जा रही है। इसके लिए कई तरह की तकनीकी और अन्य सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। कुल मिलाकर दिल्ली मेट्रो की तुलना में यहां स्टेशन तक पहुंचने में कम समय लगेगा।
स्टेशन पर लगेगा कम समय
रैपिडएक्स से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि स्टेशन पर लोगों को कम समय लगे, इसके लिए टिकटिंग समेत अन्य व्यवस्था में सुधार किया गया है। स्टेशन के भीतर प्रवेश में भी कोई दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि क्यूआर कोड से एंट्री मिल जाएगी। इसके बाद ट्रेन में प्रवेश कर लोग अपना सफर तय कर सकेंगे।
खुद जनरेट कर सकेंगे टिकट
लोगों यह सुविधा भी दी जाएगी कि वे यात्रा से पहले अपना टिकट मोबाइल फोन से ही जनरेट कर सकेंगे। लोग मोबाइल से अपना टिकट जनरेट करेंगे तो उन्हें कम समय लगेगा। एक से दूसरे स्टेशन के बीच कम दूरी होगी, ऐसे में चंद मिनट में अगले स्टेशन आ जाएगा।
लास्टमाइल कनेक्टिवटी की होगी सुविधा
लोगों को सफर आसाना हो, इसके लिए परिवहन विभाग स्टेशनों तक विशेष परिवहन का इंतजाम करेगा। बताया जा रहा है कि इसके लिए मिनी बस समेत अन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
यह भी जानें
- रैपिडएक्स देश की पहली हाईस्पीड ट्रेन है।
- पूरी तरह से संचालित होने के बाद दिल्ली से मेरठ तक 82.5 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 55 मिनट में पूरी होगी।
- ट्रेन की औसतन रफ्तार 100 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी।
- रैपिड ट्रेन में हवाई जहाज जैसी सुविधाएं होंगी।
- ट्रेन में वाईफाई की सुविधा मिलेगी।
- मोबाइल और यूएसबी चार्जर का भी इंतजाम होगा।
- बड़ी-बड़ी खिड़कियां होंगी, जिससे यात्री बाहर का नजारा आसानी से देख सकेंगे।
इंटेग्रेटेड एसी सिस्टम होगा। - ऑटोमेटिक डोर कंट्रोल सिस्टम भी लगाया गया है।
- सामान रखने की विशेष जगह बनाई गई है।
- ड्राइवर से बातचीत के लिए सिस्टम बनाया गया है।
- डायनेमिक रूट मैप और इंफोटेंटमेंट सिस्टम जैसी तमाम सुविधाएं होंगी।