Ram Navami 2023: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में आज यानी गुरुवार को रामनवमी (Ram Navami 2023) के मौके पर हर्षोल्लास है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु राम मंदिर पहुंचे। राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के पदाधिकारियों की ओर से पूर्व में किए दावों की मानें तो अगला साल 2024 में रामलला का जन्मोत्सव भव्य मंदिर में होगी। ट्रस्ट की ओर से समय-समय पर मंदिर निर्माण से जुड़े फोटो साझा किए जाते हैं।
रामलला के अस्थाई मंदिर में विशेष तैयारियां
अयोध्या के साथ ही देशभर में रामनवमी की धूम है। भगवान श्रीराम के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। यूपी के अयोध्या में रामलला के अस्थाई मंदिर में जन्मोत्सव मनाने के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। मंदिर परिसर को देसी और विदेशी फूलों से सजाया गया है। भगवान राम के जन्मोत्सव को खास बनाने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं।
रामजन्मभूमि अयोध्या में रामनवमी पर्व की धूम, लाखों की संख्या में जुटे रामभक्त#RamNavmi #ramnavami2023 #Ayodhya pic.twitter.com/hl4vNreG4J
— News24 (@news24tvchannel) March 30, 2023
---विज्ञापन---
दिल्ली से पटना तक मंदिरों में आयोजन
दिल्ली के झंडेवालान मंदिर और छतरपुर मंदिर में भी सैकड़ों श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है। दिल्ली के अलावा बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक महावीर मंदिर में भी सुबह 4 बजे से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया। बताते हैं कि इस मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं। आज के दिन शाम को मंदिर से एक झांकी भी निकाली जाती है।
आप सभी को श्रीरामनवनी पर अनेकानेक शुभकामनाएं।
भगवान श्री रामलला सरकार के पावन प्राकट्योत्सव का श्री अयोध्या जी से सीधा प्रसारण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अधिकृत ट्विटर और फेसबुक माध्यम पर आज प्रातः 11:30 बजे से किया जाएगा।
जय श्री राम!
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) March 30, 2023
नवरात्र से भी जुड़ी है रामनवमी की कहानी
मान्यता है कि आज के ही दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। भगवान राम के जन्म की इस तारीख का जिक्र रामायण और रामचरित मानस जैसे तमाम धर्मग्रंथों में किया गया है। चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन पड़ने वाली नवमी भगवान राम के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है, जबकि शारदीय नवरात्रि की कहानी को राम और रावण के युद्ध से जोड़कर देखा जा सकता है।
10वें दिन किया था रावण का वध
कहा जाता है कि माता सीता को श्रीलंका से वापस लाने के लिए जब मर्यादा पुरुषोत्तम राम युद्ध लड़ रहे थे तब उन्होंने देवी दुर्गा का अनुष्ठान किया था, जो पूरे 9 दिनों तक चला था। मां दुर्गा ने भगवान श्रीराम को जीत का आशीर्वाद दिया था। इसके बाद पूजा के 10वें भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर विजय हासिल की थी।
मंदिर ट्रस्ट की ओर से दी गई शुभकामनाएं
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से रामनवमी के मौके पर सभी को शुभकामनाएं दी गई हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘आप सभी को श्रीरामनवनी पर अनेकानेक शुभकामनाएं। भगवान श्री रामलला सरकार के पावन प्राकट्योत्सव का श्री अयोध्या जी से सीधा प्रसारण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अधिकृत ट्विटर और फेसबुक माध्यम पर आज प्रातः 11:30 बजे से किया जाएगा। जय श्री राम!’