PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडन से सीमा पार पाकिस्तान से आतंकवाद और प्रशांत महासागर क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सामने आने वाली चुनौतियां के साथ सहयोग पर चर्चा की गई। यह जानकारी विदेश सचिव विनय क्वात्रा की ओर से दी है।
विदेश सचिव ने की प्रेसवार्ता
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, गुरुवार (स्थानीय समय) को पत्रकारों को पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए क्वात्रा ने कहा कि आतंकवाद की समस्या वैश्विक स्तर पर एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों नेताओं ने न केवल समान वैश्विक खतरों के कई पहलुओं पर चर्चा की, बल्कि इन समस्याओं के निवारण के बारे में भी बात की।
दोनों देशों ने मना आतंकवाद वैश्विक चुनौती
पाकिस्तानी आतंकवादी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भारत की ओर से कोई चर्चा की गई या नहीं, इस सवाल के जवाब में क्वात्रा ने कहा कि पीएम मोदी ने वार्ता के दौरान 9/11 और 26/11 की घटनाओं के बाद भी समस्या बनी हुई है। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा है कि आतंकवाद वैश्विक स्तर पर गंभीर चुनौती है।
आतंकवाद देश और समाज के लिए बड़ा खतरा
विदेश सचिव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस बात के पीछे एक ही मकसद है। वो है कि जो लोग आतंकवाद को प्रायोजित कर रहे हैं या फिर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, वे देश और समाज की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा हैं। विदेश सचिव ने कहा कि इस वार्ता के बाद दोनों देश किसी बड़ी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं। कोई ठोस कदम भी उठाया जा सकता है।
आतंकी संगठनों पर कार्रवाई का आह्वान
क्वात्रा ने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन ने अपनी चर्चाओं में रणनीतिक चुनौतियों समेत भारत-प्रशांत क्षेत्र में दोनों देशों के सामने आने वाली चुनौतियों पर सहयोग के माध्यम से काम करने के लिए ध्यान केंद्रीत करने की जरूरत को महसूस किया है। बाइडन और पीएम मोदी ने अल-कायदा, आईएसआईएस/दाएश, लश्कर ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिज्ब-उल-मुजाहिदीन समेत सभी संयुक्त राष्ट्र-सूचीबद्ध आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान दोहराया है।