उत्तर प्रदेश में वाराणसी सामूहिक दुष्कर्म के मामले से हड़कंप मचा हुआ है। 23 वहशी दरिंदों ने 6 दिनों तक 19 वर्षीय युवती के साथ में दरिंदगी की। अभी तक इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और फरार आरोपियों की तलाश की जा जारी है। आरोपी पीड़िता को नशीला पदार्थ खिलाकर कई होटलों में ले गए थे। जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पीड़िता के साथ 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच कई स्थानों पर 23 लोगों द्वारा कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
पीएम मोदी ने ली घटना की जानकारी, दिए सख्त निर्देश
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (11 अप्रैल) को अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। पीएम मोदी ने वाराणसी पहुंचने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र में हुए इस सामूहिक दुष्कर्म मामले के बारे में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी है।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ‘वाराणसी में हवाई अड्डे पर विमान से उतरने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुलिस आयुक्त, संभागीय आयुक्त और जिला मजिस्ट्रेट ने शहर में हाल ही में हुई दुष्कर्म की घटना के बारे में जानकारी दी। इस पर पीएम मोदी ने अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित और प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया है।’
क्या है पूरा मामला?
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पीड़िता 29 मार्च को कुछ युवकों के साथ बाहर गई थी। जब वह घर वापस नहीं लौटी तो 4 अप्रैल को उसके परिवार ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पहले बताया था कि जब लड़की को रेस्क्यू किया गया तो उसने दुष्कर्म के बारे में कुछ नहीं बताया था। हालांकि, पीड़िता के परिवार ने 6 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है।
23 आरोपियों में से 12 गिरफ्तार
पुलिस ने पहले कहा था कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 70(1) (सामूहिक बलात्कार), 74 (महिला की शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 123 (अपराध करने के इरादे से चोट पहुंचाना), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 127(2) (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 23 आरोपियों में से 12 को गिरफ्तार कर लिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इन लोगों की पहचान राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष, सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद, जहीर, इमरान, जैब, अमन और राज खान के रूप में हुई है।
पीड़िता की मां ने शिकायत में क्या कहा?
पीड़िता की मां ने शिकायत में कहा है कि 29 मार्च को पीड़िता अपनी सहेली के घर गई थी। वापस घर लौटते समय उसे राज विश्वकर्मा नाम का एक लड़का मिला, जो उसे लंका में अपने कैफे में ले गया, जहां उसने और उसके दूसरे दोस्त ने उसके साथ ‘गलत हरकतें’ कीं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि अगले दिन 30 मार्च को पीड़िता की मुलाकात समीर नाम के एक लड़के से हुई, जो अपने दोस्तों के साथ बाइक पर था। कथित तौर पर वह पीड़िता को अपनी बाइक से हाइवे पर ले गया और उसे नदेसर में छोड़ दिया।
31 मार्च को 5 लोगों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
31 मार्च को आयुष नाम का लड़का अपने 5 दोस्तों सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद और जाहिर के साथ मिलकर उसे सिगरा के कॉन्टिनेंटल कैफे में ले गया। वहां उन्होंने उसे नशीला पेय पिलाया और फिर बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। अगले दिन यानी 1 अप्रैल को साजिद नाम का एक व्यक्ति और उसका दोस्त पीड़िता को एक होटल में ले गए, जहां दो-तीन अन्य लोग मौजूद थे। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि वहां एक व्यक्ति ने उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसे बाहर फेंक दिया।
4 अप्रैल को पीड़िता पहुंची घर, परिवार को बताई आपबीती
रास्ते में ही इमरान से पीड़िता की मुलाकात हुई। वह उसे एक होटल में ले गया और उसे शराब पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। लेकिन जब वह चिल्लाई तो वह उसे होटल के बाहर छोड़कर चला गया। इसके बाद 2 अप्रैल को राज खान नामक एक व्यक्ति पीड़िता को हुकुलगंज स्थित अपने घर ले गया और उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। जब पीड़िता चिल्लाई तो युवकों ने उसे नशे की हालत में अस्सी घाट पर छोड़ दिया। अगले दिन 3 अप्रैल को दानिश नाम का एक व्यक्ति उसे अपने दोस्त के कमरे पर ले गया और वहां सोहेल, शोएब और एक अन्य व्यक्ति ने पीड़िता को नशीला पदार्थ खिलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसे चौकघाट के पास छोड़ दिया। जब पीड़िता अंततः 4 अप्रैल को घर पहुंची तो उसने अपने परिवार को पूरी आपबीती बताई।