Uttar Pradesh Noida News (जुनेद अख्तर) : नोएडा में सेक्टर-105 स्थित कोठी ED (Enforcement Directorate) की कार्रवाई के बाद से चर्चा में है। बताया जा रहा है कि दंपति ने इस कोठी को किराये पर लिया हुआ था। यह कोठी एक डॉक्टर के नाम है जो दिल्ली के एक अस्पताल में कार्यरत है। ED की कार्रवाई के बाद फिलहाल स्थानीय पुलिस कोठी की निगरानी कर रही है। सूत्रों से पता चला है कि ED की टीम अभी भी कोठी के हर हिस्से को खंगाल रही है। ED टीम को छानबीन के दौरान 50 से अधिक पेन ड्राइव भी मिली है।
नोएडा पुलिस ने भी शुरू की जांच
थाना सेक्टर 39 क्षेत्र के अर्तगत सेक्टर 105 स्थित सी-234 कोठी में न्यूड फिल्में बनाई जा रही थी। यहां उज्जवल किशोर और उसकी पत्नी नीलू श्रीवास्तव के विदेशी फंडिंग पर पोर्न साइट को कंटेंट उपलब्ध कराने का पर्दाफाश होने पर नोएडा पुलिस भी हरकत में आ गई। अब डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने टीम के साथ अपने स्तर से मामले की जांच शुरू कर दी है। कोठी दिल्ली के एक अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर के नाम है। सूत्रों से पता चला है कि दंपति के साथ 500 से ज्यादा लोगों का एक बड़ा नेटवर्क जुड़ा है। यह नेटवर्क देश-विदेश में फैला हुआ है। नोएडा के भी कुछ लोग इस नेटवर्क में शामिल बताए जा रहे हैं। ईडी की कार्रवाई के बाद से यह लोग भी फरार चल रहे हैं।
एओए भी दंपति के कारनामों से अंजान
सूत्रों से पता चला है कि ये दंपति एओए या आसपास लोगों से कभी ज्यादा वास्ता नहीं रखा था। इसी वजह से सेक्टर वालों को भी उसकी करतूत की जानकारी नहीं हो सकी। एओए के पदाधिकारी और निवासी हैरान है कि दंपती यहां गोपनीय तरीके से इस तरह के कृत्य को अंजाम दे रहा था। फिलहाल इस मामले में नोएडा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। सूत्रों से पता चला है कि पुलिस सेक्टर एओए और पड़ोसियों से भी आरोपी दंपति को लेकर पूछताछ कर चुकी है।
6 सालों से किराए पर रह रहा था कपल
जानकारी मिली है कि आरोपी दंपति यहां पिछले 6 सालों से किराए पर रहे थे। हैरत की बात की आसपास किसी को खबर न हो सकी। दंपती 5 सालों से पोर्न साइट को कंटेट उपलब्ध करा रहे थे। वह अलग-अलग युवतियों को अपनी कोठी में बुलाते थे। ईडी को यह जानकारी मिली है कि दंपती साइप्रस स्थित टेक्नियस लिमिटेड कंपनी से किसी शख्स के जरिए जुड़े थे, जो पोर्न वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर अपनी वेबसाइट में अपलोड करते हैं। वहीं, ईडी ने दंपती की गिरफ्तारी के बाद कोठी में ताला लगवा दिया था। ED की कार्रवाई के चलते पुलिस ने फिलहाल घर का ताला नहीं खुलवाया है।
करोड़ों रुपये की अवैध विदेशी फंडिंग मिली
बता दें कि दंपती ने बैंक नियमों में भी हेराफेरी कर नेशनल कोड को गलत तरीके से प्रस्तुत कर विदेशी कंपनियों से अवैध धन का लाभ लिया। हालांकि, ईडी ने दंपती के घर पर छापा मारकर 15.66 करोड़ रुपये की अवैध विदेशी फंडिंग मिलने का दावा किया है।