Noida International Airport latest Update (जुनेद अख्तर) : नोएडा एयरपोर्ट का रात-दिन निर्माण कार्य चल रहा है। शासन से लेकर प्रशासन और यमुना अथॉरिटी इसे जल्द से जल्द शुरू करना चाहती है। इस बीच एयरपोर्ट से जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है। बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट का एक रनवे बनकर तैयार हो गया है। इस रनवे पर सालाना करीब 1.2 करोड़ यात्री इसका लाभ उठा सकेंगे। वहीं यात्रियों की संख्या 2031 तक सालाना तीन करोड़ पहुंचने का अनुमान है। इसके लिए दूसरे रनवे का काम भी तेजी से चल रहा है।
पांच रनवे किए जाएंगे विकसित
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (NIAL) के मुताबिक, इसे देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाना है। जब यह पूरी तरह से बनकर तैयार होगा तो इसकी यात्री क्षमता 29.5 करोड़ प्रतिवर्ष होगी। इन यात्रियों को संभालने के लिए एयरपोर्ट के सभी पांच रनवे विकसित होंगे। चौथे व पांचवें रनवे के निर्माण के लिए 2,054 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है।14 गांव के 60 प्रतिशत किसानों की भूमि अधिग्रहण पर प्रशासन को सहमति मिल चुकी है। 70 प्रतिशत सहमति का आंकड़ा पूरा होते ही भूमि अधिग्रहण का रास्ता साफ हो जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट के तौर पर विकसित किया जा रहा है। भविष्य में यात्री क्षमता बढ़ाने को रनवे की जरूरत होगी।
कब खुलेंगे सभी रनवे?
ऐसे में यमुना अथॉरिटी ने मास्टर प्लान 2041 में एविएशन हब को आरक्षित क्षेत्रफल पांच हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 6,200 हेक्टेयर कर दिया है। अभी 1,334 हेक्टेयर में एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है। ये चार चरण में पूरा होगा। नोएडा एयरपोर्ट की शुरुआत में सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों के लिए एक रनवे बनकर तैयार है। यात्रियों की संख्या 2031 तक सालाना तीन करोड़ पहुंचने का अनुमान है। इन्हें संभालने को दूसरा रनवे बनकर तैयार होगा। दोनों रनवे के साथ एयरपोर्ट की यात्री क्षमता 7 करोड़ सालाना हो जाएगी।
तीसरा रनवे एमआरओ के लिए होगा समर्पित
एविएशन हब का तीसरा रनवे मेंटेनेंस, रिपेयर व ओवरहालिंग (MRO) के लिए होगा। इसके लिए 1,365 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का काम करीब पूरा है। तीसरे रनवे को दूसरे यात्री रनवे से पहले शुरू किया जाएगा, ताकि जेवर को एयरपोर्ट के साथ एविएशन इंडस्ट्री का हब बनाया जा सके। एयरक्राफ्ट की मेंटेनेंस, रिपेयर व ओवरहालिंग की सुविधा मिल सके। इससे एमआरओ रोजगार का बड़ा केंद्र बनेगा। इससे काफी लोगों को रोजगार मिल सकेगा। साथ ही विमानों की देश में मेंटेनेंस सुविधा होने से दूसरे देशों पर निर्भरता कम होगी।
जुलाई में एयरपोर्ट शुरू होने की उम्मीद
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरू होने के महीने बदलते जा रहे हैं। पहले अप्रैल माह में फ्लाइट उड़ाने की योजना थी। काम में देरी के चलते मई में फ्लाइट उड़ाने की योजना बनाई गई, लेकिन फिर काम में देरी के चलते जून में एयरपोर्ट शुरू करने की बात कही गई। अब इस पर भी ग्रहण लगता दिख रहा है। टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा न होना इसका एक बड़ा कारण बताया जा रहा है। इसी के चलते अब जुलाई माह में एयरपोर्ट शुरू होने की उम्मीद है।