---विज्ञापन---

उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

गाजियाबाद की मोदीनगर नगर पालिका ने मोदी टेली फाइबर कंपनी पर लगाया 111 करोड़ का जुर्माना, जानिए क्या है मामला

Ghaziabad News: गाजियाबाद की मोदीनगर नगर पालिका द्वारा मोदी टेली फाइबर पर 111 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाया है। आरोप है कि कंपनी ने नगर पालिका की जमीन पर अवैध कब्जा किया था। नगर पालिका ने कंपनी को 15 दिनों में जुर्माना जमा करने का समय दिया है। यह काफी समय पहले बंद हो चुकी है। इस फैक्ट्री में धागा बनाने का काम किया जाता था। पढ़ें गाजियाबाद से सचिन अहलावत की रिपोर्ट।

Author Written By: Aditya Author Edited By : News24 हिंदी Updated: Jun 14, 2025 19:50
Ghaziabad News, Modi Tele Fiber, modinagar news, Modinagar Municipality, Ghaziabad, Ghaziabad Latest News, गाजियाबाद खबर, मोदीनगर नगर पालिका, गाजियाबाद ताजा खबर, गाजियाबाद, मोदी टेली फाइबर, मोदीनगर खबर
Modinagar Municipality

Ghaziabad News: गाजियाबाद की मोदीनगर नगर पालिका द्वारा कपंनी मोदी टेली फाइबर पर 111 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाया है। आरोप है कि कंपनी ने वर्ष 2003 से 2021 तक नगर पालिका की जमीन पर अवैध कब्जा किया था। नगर पालिका ने कंपनी को नोटिस जारी करते हुए 15 दिनों में जुर्माना जमा करने का समय दिया है। वहीं नगर पालिका द्वारा कहा जा रहा है कि यदि कंपनी जुर्माना तय समय में जुर्माना जमा नहीं करती है तो रिकवरी सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।

मोदी टेली फाइबर पर अवैध कब्जा करने का आरोप

जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद की मोदीनगर नगर पालिका क्षेत्र के सी लाइन के पास नगर पालिका की पांच खसरों में जमीन है। जिनका अलग-अलग क्षेत्रफल है। बताया गया है कि खसरा नंबर 632 में 2910 वर्गमीटर जमीन, खसरा नंबर 633 में 1140 वर्गमीटर जमीन, खसरा नंबर 640 में 6830 वर्गमीटर जमीन, खसरा नंबर 641 में 1390 वर्गमीटर और खसरा नंबर 572 में 21730 वर्ग मीटर जगह है। आरोप है कि इस जमीन पर मोदी टेली फाइबर द्वारा अवैध कब्जा किया गया था। इस मामले के बाद नगर पालिका द्वारा इस फैक्ट्री के गेट पर नोटिस चस्पा कर दिया गया है और नगर पालिका ने अपना बोर्ड भी लगाया है।

---विज्ञापन---

तय समय पर जुर्माना जमा नहीं होने पर जारी होगी आरसी

बताया गया है कि मोदी टेली फाइबर काफी समय पहले बंद हो चुकी है इस कंपनी में मोदीनगर समेत आस-पास के काफी संख्या में लोग काम करते थे। इस फैक्ट्री में धागा बनाने का काम किया जाता था। बताया गया है कि कुछ समय से फैक्ट्री के अंदर निर्माण का काम चल रहा था। सूचना पर पहुंची नगर पालिका ने रुकवा दिया था। जिसके बाद मौके पर पैमाइस कराई गई तो पूरा मामला खुलकर सामने आया है। वहीं इस मामले में नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि यदि कंपनी तय समय में जुर्माने की रकम को जमा नहीं करती है तो आरसी जारी की जाएगी।

---विज्ञापन---
First published on: Jun 14, 2025 07:50 PM

संबंधित खबरें