Mission 2024: लखनऊ से मानस श्रीवास्तव की रिपोर्टः लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों (Mission 2024) में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश भाजपा की नई टीम का ऐलान कर दिया है। सियासी मानकों को देखते हुए जातीय समीकरण और क्षेत्रीय संतुलन का बखूबी ध्यान रखा गया है। साथ ही यह भी देखा गया है कि एक व्यक्ति को लाभ का एक ही पद मिले, लिहाजा नई कार्यकारिणी से कई मौजूदा मंत्रियों को हटाया गया है।
संगठन के छह क्षेत्रीय अध्यक्षों की भी घोषणा
उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह की जोड़ी में नई टीम का गठन किया है। इस कवायद में के तहत नई कार्यकारिणी किसी भी जाति और वर्ग को नाराज करने वाली न हो, इसलिए 45 पदाधिकारियों वाली नई कार्यकारिणी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र और नोएडा से विधायक पंकज सिंह समेत 18 नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं ब्रज, अवध, काशी समेत कुल 6 क्षेत्रीय अध्यक्षों के नाम की भी घोषणा की गई है।
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ब्राह्मण, ठाकुर के साथ पिछड़े वर्ग को भी तवज्जो
बताया गया है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के साथ कई दौर की चर्चा के बाद प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने 18 प्रदेश उपाध्यक्षों को नियुक्त किया है। इस नियुक्ति में जातीय समीकरणों का खास ख्याल रखा गया है।
सूची के मुताबिक भाजपा विधायक पंकज सिंह के साथ ही विजय बहादुर पाठक, कांताकर्दम, संतोष सिंह, सलिल बिश्नोई, सुरेंद्र नागर, सत्यपाल सैनी, नीलम सोनकर, कमलावती सिंह, बृजबहादुर जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। इसके साथ ही सुनीता दयाल, दिनेश कुमार शर्मा, मानवेंद्र सिंह, पदमसेन चौधरी, मोहित बेनिवाल, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, देवेश कुमार कोरी और त्रियम्बक त्रिपाठी को भी प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
तीन मंत्री हुए संगठन से बाहर
पार्टी सूत्रों की मानें को भाजपा ने इस नियुक्ति में एक व्यक्ति को लाभ का एक ही पद, का सिद्धांत अपनाया है। इसके कारण तीन मंत्रियों को कार्यकारिणी से बाहर किया गया है। बताया गया है कि ये लोग पिछली कार्यकारिणी में बड़े पदों पर थे। नई सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद अब इन्हें कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई है। भाजपा की तरफ से जारी सूची में योगी सरकार में मंत्री जेपीएस राठौड़, एके शर्मा और दयशंकर सिंह की जगह दूसरों चेहरों को मौका दिया गया है।