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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

‘जब तक जिंदा हूं तब तक कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा…’, पारिवारिक कलह के बीच मायावती का बड़ा ऐलान

UP Politics: बसपा प्रमुख मायावती ने ऐलान किया है कि अब उनके जीते जी कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। उन्होंने यह फैसला पारिवारिक विवाद के बाद लिया है।

Author Edited By : Rakesh Choudhary Updated: Mar 2, 2025 16:15
Mayawati Successor BSP Leadership
Mayawati Successor BSP Leadership

Mayawati Successor BSP Leadership: बसपा प्रमुख मायावती ने ऐलान किया है कि जब तक जिंदा हूं तब तक कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। पारिवारिक कलह के बीच मायावती ने यह बड़ा ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब किसी राजनीतिक परिवार के साथ बच्चों की शादी और अन्य रिश्ते नहीं किए जाएंगे। बता दें कि एक साल में दूसरी बार मायावती ने आकाश आनंद को उत्तराधिकारी और नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया है। मायावती ने दो नए नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए हैं आकाश के पिता आनंद कुमार और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम। बैठक में बसपा के कई अन्य राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल हुए थे।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मायावती के परिवार में जबरदस्त कलह चल रही है। आकाश और उनके भाई ईशान और आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ के बीच काफी मतभेद हैं। ऐसे में मायावती ने तंग आकर अपने भाई और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को सभी जिम्मेदारियां दे दी हैं।

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10 दिसंबर 2023 को हुई थी ताजपोशी

बता दें कि इससे पहले मायावती आकाश आनंद को पद से हटा चुकी हैं। बसपा ने 10 दिसंबर 2023 को यूपी-उत्तराखंड के नेताओं की बैठक बुलाई थी इनमें मायावती ने अपने सबसे छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे आकांश आनंद को उत्तराधिकारी बनाया था।

लोकसभा चुनाव के दौरान 7 मई 2024 को आकाश की गलत बयानबाजी के कारण उनसे सभी जिम्मेदारियां छीन ली थीं। इस दौरान मायावती ने कहा था आकाश अभी अपरिपक्व हैं।

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इस फैसले के 47 दिन बाद 23 जून 2024 को भतीजे आकाश को मायावती ने एक बार फिर कोऑर्डिनेटर के पद पर नियुक्त किया। इसके बाद आज 2 मार्च 2025 को एक बार फिर मायावती ने आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया है।

ये भी पढ़ेंः मायावती का बड़ा फैसला! भतीजे को सभी पदों से हटाया, जानें अब किसे बनाया नेशनल को-ऑर्डिनेटर?

पूरी ईमानदारी से आगे बढ़ाती रहूंगी

मायावती ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा मेरे लिए पार्टी और आंदोलन पहले हैं। जबकि परिवार और रिश्ते बाद में आते हैं। जब तक जीवित रहूंगी, पार्टी को पूरी ईमानदारी से आगे बढ़ाती रहूंगी। उन्होंने कहा कि काशीराम के पदचिन्हों पर चलते हुए अशोक सिद्धार्थ जोकि आकाश आनंद के ससुर हैं। उन्हें पार्टी और मूवमेंट के हित में बाहर का रास्ता दिखाया है।

First published on: Mar 02, 2025 03:44 PM

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