CM Yogi Adityanath On Ram Mandir : सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए सत्ता गंवानी पड़ी तो कोई बात नहीं। उनकी तीन पीढ़ियां अयोध्या आंदोलन से जुड़ी हुई थीं और समर्पित थीं। नौकरशाही में एक वर्ग कहता था कि सीएम के रूप में अयोध्या जाने से विवाद खड़ा होगा। इस पर उन्होंने कहा कि अयोध्या के बारे में कुछ सोचना नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नौकशाही में एक वर्ग ऐसा भी था, जिसने कहा कि अगर वे अयोध्या जाएंगे तो राम मंदिर की बात होगी। इस पर उन्होंने कहा कि अगर राम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़ी तो कोई समस्या नहीं होगी। इसके बाद उन्होंने अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम करने का फैसला लिया और इसमें वे खुद भी शामिल हुए थे।
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अयोध्या का त्योहार बन गया है दीपोत्सव : सीएम योगी
उन्होंने कहा कि दिवाली से एक दिन पहले अयोध्या का दीपोत्सव, अयोध्या का एक त्योहार बन गया है। दीपोत्सव में लाखों की संख्या में लोग आते हैं। उनका मानना है कि दीपोत्सव से राम जन्मभूमि की आधारशिला रखने की एक शुरुआत हो गई थी। वे अभी भी अयोध्या में श्रीराम का दर्शन करके आ रहे हैं।
पहले लीडरशिप की कमी थी : मुख्यमंत्री
सीएम योगी ने आगे कहा कि वे अयोध्या में आए हुए श्रद्धालुओं की संख्या को देख रहे थे। 2016-17 में अयोध्या में सिर्फ 2.34 लाख श्रद्धालु आए थे और गत वर्ष अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या 16 करोड़ थी। अब अनुमान लगाइये- क्या 2.34 लाख और 16 करोड़ में कोई अंतर नहीं है। लोग चाहते थे कि राम मंदिर बने, लेकिन पहले लीडरशिप की कमी थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने विरासत और विकास को जोड़कर भारत की परंपरा को गौरव के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
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