GORAKHPUR NEWS: 12 साल कि बेटी ने अपनी मां के खिलाफ चल रहे मुकदमें में जीत पा ली है। जिसके बाद से ही मां और बेटी की कहानी चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
12 साल कि बेटी ने अपनी मां के खिलाफ चल रहे मुकदमें में जीत पा ली है। जिसके बाद से ही मां और बेटी की कहानी चर्चा का केंद्र बन चुकी है।बीते शनिवार गोरखपुर परिवार न्यायालय के प्रभारी प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय नीलू मोघा ने आठ वर्ष से चल रहे मुकदमें का फैसला सुनाया। कोर्ट में 12 वर्षीय बेटी ने अपनी मां पर किया था मुकदमा ,8 साल पहले बच्ची के मां-पिता का तलाक हुआ था। उस वक्त कोर्ट फैसले में बेटी की कस्टडी पिता को मिली थी।
8 वर्ष पहले अलग हुए थे बच्ची के माता-पिता
जानकारी के अनुसार गोरखपुर कि 12 वर्षीय लड़की के माता-पिता आठ साल पहले ही अलग हो गए थे। अलगाव के बाद मां मायके चली गई थी। लड़की और उसका सात वर्षीय बड़ा भाई उसके चाचा के यहां रह रहे थे। करीब चार साल पहले पिता कि मौत हो गई। जिसके बाद से मां को पेंशन जबकि भाई को न मृतक आश्रित कोटे से सरकारी नौकरी मिल गई और लड़की के पूरे भरण- पोषण कि जिम्मेदारी उसके चाचा पर आ गई। वहीं लड़की दिमागी तौर पर भी थोड़ी कमजोर है। जहां गोरखपुर परिवार न्यायालय ने लड़की के हित में फैसला लेते हुए लड़की के देखभाल की जिम्मेदारी उसकी मां को सौंपी दी और भाई को हर माह पांच हजार रुपये बच्ची के खाते में भेजने के आदेश दिए है। बचपन से इतने झंझावतों को झेलने की वजह से बच्ची दिमागी तौर पर कुछ कमजोर भी हो गयी है।