लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हई बहुचर्चित बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या की गुत्थी अभी सुलझी ही थी कि अब इस पूरे मामले में चौंकाने वाला मोड़ आ गया है। दरअसल, इस दोहरे हत्याकांड में शामिल तीन आरोपितों में से दो की संदिग्ध मौत हो गई है। इसके बाद से इस घटना को लेकर तमाम तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं, लेकिन पुलिस के पास अभी तक इस बारे में कोई जवाब नहीं है।
दरअसल, प्रयागराज में एक अगस्त की रात को हुए इस हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर दिया था। सोरावं इलाके में घटी इस घटना में चोरी के नीयत से घर में घुसे अपराधियों ने धारदार हथियार से बुजुर्ग दंपत्ति पर हमला कर दिया था। इसमें बुजुर्ग शिक्षक प्रेम प्रकाश मिश्रा (65) की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि उनकी पत्नी नीरजा मिश्रा (60) गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
पुलिस के मुताबिक, बुजुर्ग दंपत्ति पर जानलेवा हमले के बाद आरोपितों ने कुछ ही दूरी पर स्थित हैंडपंप पर शरीर पर लगे खून के धब्बे साफ किए थे। बाद में तीनों अपराधी सिविल लाइंस के रास्ते कौशांबी चले गए। जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या से पहले इन चोरों ने चोरी की एक अन्य वारदात को अंजाम देते हुए किसी घर से एक मोबाइल भी चुराया था, जिसकी लोकेशन ट्रेस के दौरान ये सभी पकड़े गए।
इस घटना के बाद पुलिस पर आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर भारी दवाब था। तमाम सबूतों और CCTV फुटेज की मदद से पुलिस ने आरोपितों की शिनाख्त की। और एक आरोपी को गिरफ्तार कर ठीक से राहत की सांस ली ही थी कि अब पूरे मामले में नया पेंच फंस गया।