श्रीगंगानगर: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजयसिंह जोराड की आत्महत्या का मामला अब जोर पकड़ रहा है। इस वजह से मंगलवार को घड़साना बाजार पूरी तरह से बंद रहा। जिले में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किये गए। जिले के कई जनप्रतिनिधि और अनूपगढ़-घड़साना बार एसोसिएशन समेत सैकड़ों लोगों ने थाने के सामने जुटकर विरोध प्रदर्शन किया। अब इस मामले पर राज्य मानवाधिकार आयोग ने लिया स्व:प्रेरित प्रसंज्ञान लिया है।
मृतक के परिजनों का आरोप है कि विजय सिंह ने राजस्थान पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड जैसा कदम उठाया है। वहीं परिजनों ने घड़साना थानाधिकारी मदनलाल बिश्नोई और 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ आत्महत्या के लिये उकसाने का एक मामला भी दर्ज करवाया है। घटना के बाद घड़साना समेत राजस्थान भर में वकीलों में आक्रोश है जिसके बाद जयपुर समेत कई जगहों पर वकीलों ने मंगलवार को कार्य बहिष्कार किया है।
पूर्व विधायक पवन दुग्गल ने बताया कि बार संघ के पूर्व अध्यक्ष विजय सिंह झोरड़ के द्वारा कुछ माह पूर्व नशे के खिलाफ अभियान चलाया गया था, इस अभियान के तहत पुलिस प्रशासन के द्वारा विजय सिंह झोरड़ को पीटा गया।
राज्य मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
वहीं, अब इस मामले पर राज्य मानवाधिकार आयोग ने लिया स्व:प्रेरित प्रसंज्ञान लिया है। आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास ने घटना को बेहद गंभीर बताया और बीकानेर रेंज के IG से 9 सितंबर तक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। अब इस मामले पर आयोग 9 सितम्बर को सुनवाई करेगा।
परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग
उधर घड़साना के वकील के आत्महत्या प्रकरण के विरोध स्वरूप रायसिंहनगर के अधीनस्थ न्यायालयों में कार्य का बहिष्कार किया गया। बार संघ ने मुख्यमंत्री के नाम SDM को सौंपा ज्ञापन और घटना के जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की मांग की। इसके अलावा परिवार को मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर भी कार्य का बहिष्कार किया।
रोलापा विधायकों ने किया प्रदर्शन
वकील के परिजनों के एक करोड़ रुपये मांग को लेकर आज घड़साना में खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल व मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी पहुंचे। रालोपा प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग ने दोनों विधायकों के सोमवार को ही घड़साना पहुंचने के निर्देश दिए थे। रालोपा कार्यकर्ताओं ने आज घड़साना में प्रदर्शन किया और वकील के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की।