के जे श्रीवत्सन, उदयपुर: राजस्थान में उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन को बम से उड़ाने की कोशिश के मामले की एनआईए और एसओजी ने भी तफ्तीश शुरू कर दी है। शनिवार रात को अज्ञात लोगों ने डेटोनेटर से विस्फोट कर रेल पटरी को उड़ा कर रेल हादसा करने का प्रयास किया था, लेकिन स्थानीय लोगों की सूचना पर अहमदाबाद से उदयपुर आ रही ट्रेन को डूंगरपुर में ही रोक दिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
जावर माइंस थाने में एफआईआर दर्ज
बता दें उदयपुर रेलवे ट्रैक विस्फोट मामले में जावर माइंस थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। एफआईआर के नंबर 181/2022 है। रेलवे एक्ट 1989 की धारा 150,151 और 285 भादस, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 30(ए), विधि विरुद्ध क्रिया कलाप (निवारण) अधिनियम 1967 की धारा 16 और 18 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
देश की सुरक्षा खतरे में डालना उद्देश्य
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेलवे अधिकारी ने जावर माइंस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। एफआईआर में विस्फोट के बाद की पूरी स्थिति से अवगत करवाया गया है। इस FIR में ब्रिज पर विस्फोट कर देश की सुरक्षा खतरे में डालने की बात लिखी गई है। इसके अलावा आतंक फैला कर जनहानि के उद्देश्य से विस्फोट करने की भी आशंका जताई गई है।
जी-20 शेरपा बैठक से पहले हुई घटना
वहीं उदयपुर में जी-20 शेरपा बैठक से पहले इस घटना को आतंकी संगठनों की कारगुजारी के रूप में देखा जा रहा है, जिसके चलते एटीएस एवं फॉरेंसिक टीम के साथ एनआईए की टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी।
विस्फोट के लिए सुपर 90 डेटोनेटर का उपयोग
वहीं रेलवे ने एजेंसियों की जांच के बाद उदयपुर-अहमदाबाद लाइन पर दोनों ट्रेन के संचालन में आंशिक परिवर्तन करते हुए लाइनों की मरम्मत कराई और ट्रेनों को फिर से शुरू कर दिया। कहा जा रहा है कि विस्फोट में माइंस में उपयोग आने वाले सुपर 90 डेटोनेटर का उपयोग किया गया था। बदमाशों की मंशा पुल को उड़ाने और रेलवे ट्रैक को बर्बाद कर रेल हादसा करने की थी।
पीएम मोदी ने 31 अक्टूबर को किया था लोकार्पण
इस उदयपुर अहमदाबाद रेल लाइन को आमान परिवर्तन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को इसका लोकार्पण किया था ,लेकिन इस विस्फोट के बाद पटरी में क्रेक आ गया और ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया। पुल पर लाइन के नट बोल्ट भी गायब थे। यह पूरी घटना उदयपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर सलूंबर रेलवे मार्ग पर केवड़े की नाल स्थित है ओडा रेलवे पुल पर शनिवार रात करीब 10 बजे हुई थी और ग्रामीणों ने इस बड़े धमाके की आवाज सुनने के बाद प्रशासन को सूचित किया।
मौके पर पहुंचने पर रेल लाइन पर विस्फोटक भी पड़ा मिला और पटरिया कई जगह से उखड़ी मिली ।राजस्थान पुलिस ने भी इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से मामले की जांच की जा रही है।