भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष के बाद राजस्थान में पाकिस्तान सीमा से सटे जिलों के क्षेत्रों में एक बार फिर से स्कूल और कॉलेज खुल गए हैं और बच्चों की पढ़ाई शुरू हो गई है। स्कूल और कॉलेज में छात्रों की वापसी के साथ ही जिला प्रशासन द्वारा स्कूल और कॉलेज में एक खास पहल की शुरुआत की गई है। दरअसल, प्रशासन द्वारा स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को SDRF की सहायता से आपात स्थितियों से निपटने की खास ट्रेनिंग दी जा रही है।
राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों में स्थित जिलों में स्कूल और कॉलेज एक बार फिर गुलजार हो गए हैं। बच्चों की वापसी के साथ ही अब प्रशासन ने एक और अहम पहल शुरू की है। SDRF की सहायता से स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को आपात स्थितियों से निपटने की खास ट्रेनिंग दी जा रही है। pic.twitter.com/ZGekZK6Abg
---विज्ञापन---— Pooja Mishra (@PoojaMishr73204) May 13, 2025
SDRF अधिकारी छात्रों को दे रहे ट्रेनिंग
यह ट्रेनिंग युद्ध जैसी आपात परिस्थितियों में जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दी जा रही है। इस मॉक ड्रिल के जरिए बच्चों को यह सिखाया जा रहा है कि हवाई हमलों या अन्य संकट के समय खुद को और अपने आसपास के लोगों को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, घायलों की प्राथमिक उपचार और सामूहिक रेस्क्यू ऑपरेशन जैसे अभ्यास सिखाए जा रहे हैं। SDRF के अनुभवी अधिकारी बच्चों को आसान और व्यावहारिक तरीके से पूरे सेशन के दौरान जागरूक कर रहे हैं।
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इस खास पहल को लेकर स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि यह पहल बच्चों में आत्मविश्वास को बढ़ाने वाली है। इस ट्रेनिंग में बच्चों ने पूरे मन से भाग लिया।
मानसिक रूप से तैयार होंगे छात्र
प्रशासन की यह पहल न केवल सुरक्षा के लिहाज से अहम है, बल्कि छात्रों को मानसिक रूप से भी तैयार कर रही है। इससे बच्चे किसी भी संकट परिस्थिति का सामना कर सकेंगे। यह अभियान सिर्फ स्कूलों तक सीमित नहीं है। इसके तहत सार्वजनिक स्थलों पर भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।