Rajasthan News: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार को राजस्थान के नागौर में थे। जहां उन्होंने एक कार्यक्रम में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण किसान युवाओं में बढ़ती नशाखोरी और क्षणिक सरल लाभ के लिए कानून के उल्लंघन की प्रवृत्ति पर गहरी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने ग्रामीण युवाओं को चेताते हुए कहा कि कानून के साथ खिलवाड़ करना न सिर्फ उनके लिए मंहगा पड़ेगा बल्कि ग्रामीण किसान समुदाय को भी बदनाम करेगा। उन्होंने कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं होता, देर सबेर कानून का शिकंजा अवश्य कसेगा।
किसानों के कारण बज रहा भारत का डंका
उपराष्ट्रपति रविवार को नागौर के मेड़ता सिटी में स्वर्गीय नाथूराम मिर्धा की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भारत के आर्थिक विकास में कृषि के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि विश्व में भारत की आर्थिक प्रगति का डंका किसानों के पसीने के कारण ही बज रहा है। कृषि, ग्रामीण विकास और सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों का अधिकार है। धनखड़ ने किसान युवाओं से कृषि और ग्रामीण विकास के मार्ग पर चलने का आह्वाहन किया।
आरक्षण की लड़ाई में किसानों का भी योगदान
उन्होंने कहा कि किसान कौम के लिए आरक्षण की लड़ाई कठिन थी जिसमें स्वयं उनका भी योगदान रहा लेकिन आज उसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। कुछ वर्गों द्वारा पुराने ट्रैक्टरों को हटाए जाने का विरोध किए जाने का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसानो ने सदैव परिवर्तन को आगे बढ़ कर अपनाया है। हमें चाहिए कि आज दुनिया में जो हो रहा है हम उससे भी आगे बढ़ें।
नाथूराम मिर्धा के स्वप्न को पूरा करने का प्रयास करेंगे
उन्होंने कृषि आयोग के अध्यक्ष के रूप में नाथूराम मिर्धा के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने सर छोटूराम, किसान केसरी बलदेव मिर्धा और चौधरी चरण सिंह के सपनों को साकार करने का कार्य किया। इस अवसर की तुलना उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने के अवसर से की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि वे नाथूराम मिर्धा के स्वप्न को पूरा करने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा तथा नागौर की पूर्व सांसद सुश्री ज्योति मिर्धा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।