Rajasthan: राजस्थान में इसी साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच ‘खेमेबाजी’ शुरू हो गई है।
बता दें कि सचिन पायलट ने एक दिन पहले कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा प्रकरण और अनुशासनहीनता का नोटिस पाने वाले गहलोत गुट के तीनों मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए हैं।
विधायक बोले- सचिन पायलट की वजह से मैं जीता चुनाव
पायलट के बयान के बाद उनके घर समर्थकों का जमावड़ा लगा है। जयपुर के कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा, ‘अगर सचिन पायलट को नेतृत्व देते हैं तो 100% सत्ता रिपीट होती है। जनता अगर ये चाहती है तो होना चाहिए। मैं तो बार-बार कह रहा हूं कि राजस्थान की जनता और युवा चाहती है कि सचिन पायलट अगर कांग्रेस का चेहरा होते तो सरकार दोबारा बन सकती है।’
विधायक वेद प्रकाश ने कहा, ‘मैं सचिन पायलट के साथ हूं अगर वो नहीं होते तो मैं चुनाव नहीं जीतता।’
अगर सचिन पायलट को नेतृत्व देते हैं तो 100% सत्ता रिपीट होती है। जनता अगर ये चाहती है तो होना चाहिए। मैं तो बार-बार कह रहा हूं कि राजस्थान की जनता और युवा चाहती है कि सचिन पायलट अगर कांग्रेस का चेहरा होते तो सरकार दोबारा बन सकती है: कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी, जयपुर pic.twitter.com/RoermMhsPg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 16, 2023
राजस्थान में सरकार रिपीट तभी होगी जब पायलट सीएम चेहरा होंगे
वहीं, विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा, ‘रायपुर अधिवेशन के बाद काफी कुछ बदलाव होगा। समय आ गया है कि राजस्थान की राजनीति में बदलाव किया जाए। नोटिस मिले तीनों व्यक्तियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।’
विधायक बैरवा ने कहा, ‘राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट करनी है तो सचिन पायल को सीएम चेहरा बनाना होगा।’ बता दें कि खिलाड़ीलाल बैरवा राजस्थान एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष हैं।
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