Rajasthan Assembly Election 2023 Congress Fourth Fifth List Released: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को 2 लिस्ट जारी की। एक लिस्ट में 56 नाम थे और दूसरी में 5 नाम। कुल मिलाकर कल एक ही दिन में पार्टी ने 61 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया। कांग्रेस की चौथी लिस्ट में 56 में से 32 उम्मीदवार नए हैं। वहीं पायलट समर्थक 7 मौजूदा विधायकों का टिकट काटा गया है। वहीं इस सूची में 7 महिलाओं को भी जगह मिली हैं।
बाली से बद्रीराम जाखड़ को बनाया उम्मीदवार
कांग्रेस ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ को उदयपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। जहां उनका मुकाबला भाजपा के ताराचंद जैन से होना है। वहीं पाली से पूर्व सांसद रह चुके बद्रीराम जाखड़ को बाली से उम्मीदवार बनाया गया है। यहां उनका मुकाबला 4 बार के विजेता पुष्पेंद्र सिंह राणावत से होगा। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता जसवंत सिंह जसोल के पुत्र मानवेंद्र सिंह को भाजपा ने सिवाना से उम्मीदवार बनाया है यहां इनका मुकाबला हम्मीर सिंह भायल से होगा। इसके अलावा पार्टी ने पायलट समर्थक खिलाड़ी लाल बैरवा का टिकट काट दिया है।
32 नए प्रत्याशियों का ऐलान
कल जारी हुई 61 प्रत्याशियों की दो सूची में से मौजूदा सात विधायकों का टिकट काटा गया है। इसमें बसेड़ी से खिलाड़ीलाल बैरवा, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ से जौहरीलाल मीणा, सांगोद से भरत सिंह, हिंडौन से भरोसीलाल जाटव, बिलाड़ा से हीरालाल मेघवाल के नाम शामिल हैं। सांगोद से भरत सिंह ने पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। कठूमर से बाबूलाल बैरवा का भी टिकट काट दिया गया है। कांग्रेस की इन दो सूचियों में 32 उम्मीदवार नए हैं। भाजपा से बागी होकर कांग्रेस में गए विकास चौधरी को पार्टी ने किशनगढ़ से उम्मीदवार बनाया है। यहां इनका मुकाबला अजमेर से सांसद भागीरथ चौधरी से होगा। वहीं सांगोद से भानुप्रताप सिंह को टिकट दिया गया है।
अब तक 156 उम्मीदवार घोषित
बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस अब तक कुल 200 सीटों में से 156 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। पार्टी ने पहली सूची में 33, दूसरी सूची में 43, तीसरी सूची में 19, चौथी सूची में 56 और पांचवी लिस्ट में 5 उम्मीदवारों का ऐलान किया था। अब शेष 44 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान बाकी है। वहीं कांग्रेस आलाकमान ने अब तक मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ के नाम की घोषणा नहीं की है। गौरतलब है कि तीनों नेता सितंबर 2022 में पर्यवेक्षकों की बैठक के इतर विधायक दल की बैठक की थी। इसके बाद पार्टी ने तीनों नेताओं को अनुशासनहीनता का नोटिस दिया था।