राजस्थान में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत तैयार की गई ड्राफ्ट मतदाता सूची से 41 लाख 80 हजार लोगों के नाम हटाए गए हैं. चुनाव विभाग के मुताबिक यह कटौती विभिन्न प्रशासनिक कारणों के आधार पर की गई है. हालांकि अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह सूची अभी ड्राफ्ट है, अंतिम नहीं.
चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि जिन लोगों के नाम ड्राफ्ट रोल से हटे हैं, उनमें स्थायी रूप से पलायन करने वाले, मृतक मतदाता, दोहरी एंट्री वाले और पुनरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए मतदाताओं के नाम शामिल नहीं हैं. विभाग का कहना है कि यह प्रक्रिया मतदाता सूची को अधिक सटीक और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से की जा रही है.
अगले एक महीने में आपत्तियों और दावों का मौका
राजस्थान के मुख्य चुनाव अधिकारी नवीन महाजन ने कहा कि फिलहाल जारी सूची केवल प्रारंभिक (ड्राफ्ट) है. अगले एक महीनों तक मतदाता सूची में सुधार की प्रक्रिया जारी रहेगी. इस दौरान नए और युवा मतदाताओं के नाम जोड़े जाएंगे, ये दावे 7 फरवरी तक किए जा सकते हैं. उसके बाद 14 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी जाएगी. वहीं, जिन मतदाताओं के नाम कट गए हैं, वे क्लेम और आपत्ति दर्ज करा सकेंगे
गलत तरीके से हटाए गए नामों को दोबारा सूची में शामिल किया जाएगा. जिनके नाम काटे गए हैं उनके कारणों को भी वेबसाइट पर डाला गया है.
मुख्य चुनाव अधिकारी ने मतदाताओं से अपील की है कि वे अपनी प्रविष्टि की जांच करें और यदि कोई त्रुटि हो तो तय समय सीमा में आवश्यक दस्तावेजों के साथ दावा प्रस्तुत करें. चुनाव विभाग का कहना है कि सभी दावों और आपत्तियों के निपटारे के बाद ही अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी.










