Punjab Tarn Taran Roof Collapse News: पंजाब के तरनतारन में सोते समय एक ही परिवार के 5 सदस्यों की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 4.30 बजे पंडोरी गोला गांव में हुई। पुलिस ने बताया कि 5 लोगों की मौत घर की छत गिरने की वजह से हुई। उन्होंने बताया कि घर बहुत ही जर्जर अवस्था में था और छत पर जमा मलबे के कारण घर के ऊपर काफी वजन काफी बढ़ गया था, जिससे घर की छत ढह गई।
STORY | 5 members of family died killed in roof collapse in Punjab’s Tarn Taran
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पड़ोसियों ने घायलों को पहुंचाया अस्पताल
तरनतारन पुलिस ने बताया कि हादसे के बाद पड़ोसियों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां मेडिकल स्टाफ ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान गोबिंदा (40), उसकी पत्नी अमरजीत कौर (36), उनके 3 नाबालिग बच्चों गुरबाज सिंह (14), गुरलाल (17), बेटी एकम (15) के रूप में हुई है।
क्या थी हादसे की वजह?
तरन तारन पुलिस के मुताबिक, मकान की हालत पहले से जर्जर थी और उसकी छत पर कुछ कचरा और भारी सामान रखा था। ज्यादा वजन होने और बारिश के कारण छत अचानक ढह गई, जिससे घर में सो रहे परिवार के सभी सदस्य मलबे में दब गए। स्थानीय थाना पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
चंडीगढ़ में भी हुई थी एक ऐसी घटना
वहीं, चंडीगढ़ के सेक्टर 17 में भी ऐसी ही एक घटना पिछले महीने हुई थी। चंडीगढ़ सेक्टर 17 की मकान असुरक्षित घोषित होने के कुछ दिन बाद ही ढह गया। चंडीगढ़ के प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र (Commercial Hub) सेक्टर 17 में एक 3 मंजिला मकान को रहने के लिए असुरक्षित घोषित किए जाने के महज 10 दिन बाद ही 6 जनवरी को ढह गया। अधिकारियों द्वारा मकान को असुरक्षित घोषित किए जाने के बाद 27 दिसंबर को इमारत (SCO 183-185) को खाली कराकर सील कर दिया गया था। इसलिए इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई, क्योंकि मकान का भार उठाने वाले खंभों में दरारें पाए जाने के बाद परिसर को पहले ही खाली करा दिया गया था।
अधिकारियों ने मकान के ढहने का कारण हाल ही में हुए रेनोवेशन कार्य को बताया था। रेनोवेशन के कारण पिलर कमजोर हो गए थे और बेसमेंट के इंटरनल स्ट्रक्चर में बदलाव आ गया था। नवंबर में रेनोवेशन कार्य शुरू होने से पहले यह मकान काफी समय से खाली थी। इसके तुरंत बाद मकान के स्ट्रक्चर में डैमेज होने की बात सामने आई, जिसके कारण 27 दिसंबर को मकान को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था।