माछीवाड़ा (लुधियाना): पंजाब के लुधियाना जिले में बीते दिन एक सरकारी स्कूल की महिला शिक्षिका ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने यह खौफनाक कदम क्लासरूम के अंदर उठाया है। सूचना के बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस ने टीचर की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया और आगे की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि खबर लिखे जाने तक इस महिला टीचर के द्वारा यह खौफनाक कदम उठाए जाने के पीछे की वजह का पता नहीं चल सका है, लेकिन सूत्रों की मानें तो किसी घरेलू परेशानी के चलते उसने ऐसा किया है।
मृतका की पहचान माछीवाड़ा इलाके के गांव टांडा कुशल की रहने वाली 22 वर्षीय सिमरनजीत कौर के रूप में हुई है। पिता मोहन सिंह के मुताबिक पिछले एक साल से वह माछीवाड़ा साहिब के नजदीक गांव पंजगराई के सरकारी प्राइमरी स्कूल में प्राइवेट तौर पर पढ़ा रही थी। बीते दिन सिमरनजीत कौर दोपहर दो बजे खाली पड़े क्लासरूम में फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला को खत्म कर लिया। इस बात का पता तब चला, जब यहां अपने बच्चे को लेने आए एक अभिभावक की नजर पड़ी।
सिमरनजीत कौर को पंखे से लटका देखे वह चिल्लाया तो कुछ ही पल में स्कूल का सारा स्टाफ इकट्ठा हो गया। बताया जा रहा है कि सिमरनजीत कौर ने पंखे से अपनी ठुड्डी बांध रखा था। स्कूल में मौजूद प्रिंसिपल और अन्य स्टाफ ने शिक्षिका को नीचे उतारा, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। उधर, इस मामले में सूचना पाकर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने स्कूल स्टाफ और परिजनों से पूछताछ की, लेकिन बावजूद इसके आत्महत्या के पीछे की वजह का पता नहीं चल सका। हालांकि इस बारे में प्राइमरी स्कूल प्रिंसिपल मीनू रानी ने बताया कि टीचर सिमरनजीत कौर सुबह से ही परेशान थी। उसके मोबाइल पर सिमरनजीत की बहन का फोन आया तो उन्होंने उससे बात कराई। अब पुलिस उसकी बहन की कई कॉल्स को लेकर अंदाजा लगा रही है कि जरूर कोई घरेलू परेशानी चल रही थी।