पाकिस्तान सरकार ने भ्रष्टाचार के एक मामले को लेकर IPS अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। विजिलेंस चीफ IPS सुरिंदरपाल सिंह परमार सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा AIG विजिलेंस हरप्रीत सिंह को भी सस्पेंड किया गया है। बताया जा रहा है कि घोटालेबाजों को बचाने के बाद सरकार ने यह बड़ा एक्शन लिया है।
ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले में विजिलेंस प्रमुख सस्पेंड कर दिए गए हैं। इसके साथ ही सीएम भगवंत मान ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि जो भ्रष्टाचारियों को बचाएगा, वो बचेगा नहीं। विजिलेंस चीफ के साथ AIG विजिलेंस हरप्रीत सिंह को और SSP स्वर्णप्रीत सिंह विजिलेंस को भी सस्पेंड किया, जिसके बाद हड़कंप मच गया है।
कौन बना नया विजिलेंस प्रमुख?
इन अधिकारियों पर आरोप है कि ये घोटाले की जांच को रोकने और प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे। बता दें कि सस्पेंड किए विजिलेंस चीफ रहे एसपीएस परमार 1997 बैच के आईपीएस हैं। 26 मार्च को ही पंजाब सरकार ने उन्हें विजिलेंस ब्यूरो का प्रमुख नियुक्त किया था। बताया जा रहा है कि पंजाब सरकार ने नए विजिलेंस प्रमुख का ऐलान भी कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, IPS प्रवीण कुमार सिन्हा को चीफ डायरेक्टर विजिलेंस का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
अपने इस CM मान का साफ संदेश दे दिया है कि भ्रष्टाचार को करने वाले को और भ्रष्टाचारियों को बचाने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। विजिलेंस चीफ कई सीनियर अधिकारियों पर हुई कार्रवाई से सरकार ने यह साफ कर दिया है कि जो भी भ्रष्टाचार करेगा या भ्रष्टाचारियों को बचाएगा, वो कोई भी हो, किसी भी कीमत पर बचेगा नहीं।
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इससे पहले गुरुवार को पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड पीएससीएल सब-डिवीजन रूमी जिला लुधियाना में तैनात जूनियर इंजीनियर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। जसमेल सिंह को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। राज्य सतर्कता ब्यूरो के सरकारी प्रवक्ता ने गुरुवार यहां बताया कि अधिकारी को एक शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। शख्स ने आरोप लगाया था कि अधिकारी ने तीस हजार रुपये की मांग की थी।